इंग्लैंड एवं वेल्स में जारी आईसीसी विश्व कप में गुरुवार को एक बार फिर राजनीतिक संदेश फैलाने की घटना सामने आई. एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले जा रहे आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल के दौरान स्टेडियम के ऊपर से एक विमान निकला, जिस पर एक बैनर टंगा था और उस पर लिखा था 'विश्व को बलूचिस्तान के लिए आवाज उठानी चाहिए.' हालांकि आईसीसी अब 14 जुलाई को होने वाले फाइनल मैच के दौरान लॉर्ड्स को उड़ान निषिद्ध क्षेत्र बनाने पर काम कर रहा है.
आईसीसी ने कहा, "आईसीसी विश्व कप में हम किसी भी प्रकार के राजनीतिक संदेशों की निंदा नहीं करते हैं. विश्व कप को राजनीतिक विरोध के लिए एक मंच के रूप में इस्तेमाल करने से रोकने के लिए हमने पूरे टूर्नामेंट के दौरान स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर काम किया है." क्रिकेट की शीर्ष संस्था ने कहा, "हम संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लॉर्डस में फाइनल के दौरान मानवयुक्त और मानव रहित उड़ानों के लिए यह उड़ान निषिद्ध क्षेत्र है."
इससे पहले, भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए पहले सेमीफाइनल मैच में ओल्ड ट्रेफर्ड स्टेडियम में से चार सिखों को इसलिए बाहर निकाल दिया गया था क्योंकि वह राजनीतिक संदेश लिखी टी-शर्ट पहन कर आए थे. आईसीसी ने इस विवाद के बारे में कहा था, "हमने पहली पारी के दौरान ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर कुछ लोगों को इसलिए बाहर निकाल दिया क्योंकि उन्होंने टिकट नियमों का उल्लंघन कर राजनीतिक संदेश फैलाने की कोशिश की थी."
ऐसा पहली बार नहीं है कि इस विश्व कप में स्टेडियम के ऊपर से राजनीतिक संदेश का प्रचार करता हुआ हवाई जहाज निकला हो. इससे पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच खेले गए मैच में भी बलूचिस्तान के पक्ष में नारा लिखा विमान स्टेडियम के ऊपर से गुजरा था. उसके बाद हेडिंग्ले में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए मैच में भी 'कश्मीर के लिए न्याय' 'भारत नरसंहार बंद करो और कश्मीर को आजाद करो' जैसे नारे हवाई जहाज के बैनर पर लिखे थे.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस पर चिंता जाहिर की थी और आईसीसी के महानिदेशक स्टीव एलवर्थी ने भारतीय बोर्ड से वादा किया था कि इस तरह की चीजों को रोकने के लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे.