पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की शनिवार को कोलकाता (Kolkata) के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड मैदान में होने वाली ‘संयुक्त विपक्षी रैली' (United India Rally) शुरू हो गई है. बीजेपी (BJP) के खिलाफ आयोजित इस रैली में कई विपक्षी दलों के नेता शामिल होने आए हैं. रैली में मंच का संचालन ममता बनर्जी खुद कर रही हैं. रैली में समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, डीएमके चीफ एम. के. स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू, जेएमएम के हेमंत सोरेन, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, उमर अब्दुल्ला नजर आ रहे हैं.
Visuals from the Trinamool Congress led Opposition rally in Kolkata pic.twitter.com/o0evCZY2Yz
— ANI (@ANI) January 19, 2019
विपक्षी दलों के इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के न जाने पर बीजेपी ने तंज कसा है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने निशाना साधते हुए कहा है कि ये सब थके हुए, पीटे हुए पहलवान हैं जो अखाड़े में जाकर फिर अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं. पहला गठबंधन (कर्नाटक में) ही इस हाल में हैं तो आगे क्या होगा?
Mukhtar Abbas Naqvi,Union Minister on TMC's opposition rally today: Ye sab thake huye pite huye pehelwan hain jo akhaade mein ja kar phir apni qismat aazmana chahte hain. Pehla gathbandhan(in Karnataka) hi is haal mein hai toh aage kya hoga pic.twitter.com/rCm9pQbmBN
— ANI (@ANI) January 19, 2019
उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ बने समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के गठबंधन के बाद कोलकाता में हो रही यह रैली महत्वपूर्ण मानी जा रही है. बीएसपी की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने शिरकत की है. राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से अजीत सिंह और जयंत चौधरी मौजूद हैं. बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा भी इस रैली में मौजूद हैं. यह भी पढ़ें- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा बोले, EVM से छेड़छाड़ संभव नहीं, इन्हें ‘फुटबॉल’ मत बनाइए
रैली में शामिल होने के लिए पूरे पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता व समर्थक शुक्रवार को ही शहर भर में उमड़ पड़े. इस रैली के जरिए ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की ताकत प्रदर्शित करना चाहती हैं. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पहले के सभी रिकॉर्ड तोड़ने में कोई कसर नहीं रखना चाहता.