जय श्री राम के नाम पर सियासत गरमाई, मध्य प्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने सीएम ममता बनर्जी को भेजी रामायण, पूछा- दीदी राम के नाम से परहेज क्यों?
मध्य प्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) द्वारा जय श्री राम के नारे का विरोध करने पर राज्य में सियासत गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए ममता दीदी को घेरने की कोशिश कर रहे है. वहीं सीएम ममता बनर्जी द्वारा जय श्री राम (Jai Shri Ram) के नारे का विरोध करने पर मध्य प्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा (Protem Speaker Rameshwar Sharma) ने टीएमसी प्रमुख को रामायण भेजी है. उन्होंने  कहा हम उम्मीद करते हैं कि दीदी रामायण का पाठ करेंगी. श्री राम के चरित्र को समझेंगी और आगे से जय श्री राम के नारों का विरोध नही करेंगी.

प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ममता बनर्जी को रामायण भेजने के साथ ही उनके ऊपर तंज सकते हुए  कहा, दीदी को आखिर श्री राम के नाम सुनते ही इतनी तकलीफ क्यों हो जाती है? ना जाने क्यों दीदी राम का नाम सुनते ही गुस्सा हो जाती हैं. आखिर, उन्हें श्रीराम के नाम से इतना परहेज क्यों है? श्रीराम तो सबके हैं. उनके आचरण पर चलकर देश में सुख और समृद्धि है. शर्मा ने ममता बनर्जी के खिलाफ तंज सकते हुए यह भी कहा कि दीदी को भी समझना चाहिए, राम तोड़ते नहीं, बल्कि सभी को जोड़ते हैं. इसलिए यदि आप जय श्री राम कहने से चुकोंगी तो आपका जय श्री राम हो जायेगा. यह भी पढ़े: Bengal Polls 2021: बीजेपी के जय श्रीराम नारे के चक्रव्यूह में फिर फंसी ममता बनर्जी? पश्चिम बंगाल चुनाव पर क्या पड़ेगा असर?

बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर शनिवार को विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित समारोह में पीएम मोदी के साथ सीएम ममता बनर्जी मौजूद थीं. जब ममता बनर्जी के बोलने की बारी आई तो भीड़ ने जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिए. इस पर ममता बनर्जी भड़क उठीं. उन्होंने सरकारी कार्यक्रम को राजनीतिक रूप देने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसी को आमंत्रित कर अपमान करना ठीक नहीं है. इसके बाद ममता बनर्जी ने नेताजी जयंती समारोह में बोलने से इन्कार कर दिया.