मुंबई : करीब 4,500 डॉक्टरों ने कोलकाता के अपने साथियों के समर्थन में एक दिन के प्रतीकात्मक हड़ताल की शुरुआत की है. पदाधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (Maharashtra Association of Resident Doctors) से संबद्ध डॉक्टरों ने राज्य के सभी 26 सरकारी अस्पतालों में मरीजों को देखना बंद कर दिया है.
एमएआरडी के महासचिव दीपक मुंडे ने आईएएनएस को बताया कि सभी डॉक्टर सुबह 8 बजे से 5 बजे तक अपनी सेवा बंद रखेंगे. इसके साथ ही अस्पताल प्रशासन को यह सूचित कर दिया गया है कि किसी भी तरह से मरीजों को कोई परेशानी न हो और अन्य सेवा बाधित न हो. कोलकाता हमले में शिकार हुए डॉक्टरों के समर्थन में केईएम अस्पताल के बाहर बैनर और पोस्टर लिए बड़ी संख्या में डॉक्टर एकत्रित हुए.
Nagpur: Doctors with 'Save the Saviour' & 'Stand with NRSMCH' posters at Government Medical College, hold protest over violence against doctors in West Bengal. #Maharashtra pic.twitter.com/0jRGeW5qyF
— ANI (@ANI) June 14, 2019
एमएआरडी के सदस्यों द्वारा ऐसा ही प्रदर्शन पुणे, औरंगाबाद, नागपुर में भी किया जा रहा है, वह कोलकाता में अपने साथियों के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. कोलकाता के राजकीय एनआरएस अस्पताल में एक 75 वर्षीय मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों द्वारा जूनियर डॉक्टर के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के बाद मंगलवार सुबह से ही वहां विरोध प्रदर्शन भड़क उठा और नियमित सेवाओं को ठप कर दिया गया.
मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पर चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाया था. मारपीट में एक प्रशिक्षु परीबाहा मुखर्जी के सिर में गहरी चोट लगी है. उसे कोलकाता के पार्क सर्कस स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंस के आईसीयू में भर्ती कराया गया है.