देश की खबरें | दिल्ली में कोविड-19 की तीसरी प्रचंड लहर गुजर चुकी है, लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं: जैन
एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नयी दिल्ली, 16 नवम्बर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में दोबारा लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं है, क्योंकि कोविड-19 की तीसरी प्रचंड लहर यहां से गुजर चुकी है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि लॉकडाउन के जरिए संक्रमण पर काबू नहीं किया जा सकता और लोगों को मास्क पहनकर अपना बचाव करना चाहिए।

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दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद से कोरोना वायरस के मामलों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जब पहली बार पांच हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। बुधवार को यहां आठ हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। वहीं, बृहस्पतिवार को बीते पांच महीने में पहली बार सर्वाधिक 104 लोगों की मौत हुई थी।

लॉकडाउन फिर लगाए जाने के सवाल पर जैन ने कहा, ‘‘ कोई संभावना नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बता सकता हूं कि तीसरी लहर की चरम सीमा जा चुकी है।’’

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जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 की स्थिति के आकलन में संक्रमण दर मुख्य संकेतक है और एक सप्ताह तक इस पर नजर रखी जा रही है। पहली लहर जून में थी जब यह करीब 37 प्रतिशत थी, सितंबर में दूसरी लहर के दौरान संक्रमण दर 12-13 थी और तीसरी लहर के दौरान 15 दिन पहले यह चरम सीमा पर थी और फिर इसमें कमी आने लगी। कल यह दर करीब 15 प्रतिशत थी। इसलिए मैं कह सकता हूं कि लहर जा चुकी है।’’

एक दिन पहले ही केन्द्र ने 300 अतिरिक्त आईसीयू बेड की व्यवस्था करने, प्रतिदिन होने वाली आरटीपीसीआर जांच की संख्या दोगुना करने और राष्ट्रीय राजधानी में घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने की घोषणा की थी।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा था कि दिल्ली के नगर निगमों के तहत आने वाले कुछ अस्पतालों को समर्पित कोविड अस्पतालों में परिवर्तित किया जाएगा।

राष्ट्रीय बीमारी रोकथाम केंद्र ने हाल में तैयार एक रिपोर्ट में आगाह किया था कि सर्दी के मौसम में श्वसन संबंधी दिक्कतों, बाहर से आने वाले मरीजों और त्योहार के दौरान जमावड़ा बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली को रोजाना करीब 15,000 मामलों के हिसाब से तैयारी करनी होगी।

बेड की उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा कि 16,000 से ज्यादा बेड में से करीब 50 प्रतिशत उपलब्ध हैं और केवल आईसीयू बेड का मुद्दा है।

जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने केंद्र से दिल्ली में केंद्र संचालित अस्पतालों में आईसीयू बेड की व्यवस्था के लिए कहा है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि ऐसे अस्पतालों में करीब 750 बेड की व्यवस्था की जाएगी।’’

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आनुपातिक रूप से मामलों की संख्या बढ़ी है क्योंकि ‘‘हम व्यापक स्तर पर जांच कर रहे हैं ।’’ रविवार को 95 लोगों की मौत समेत कोविड-19 से बड़ी संख्या में मौतों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 दिनों में मृत्यु की औसतन संख्या एक प्रतिशत से अधिक है, जो कि डब्ल्यूएचओ मानक के हिसाब से ठीक है। ’’

कोविड-19 सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के लिए लगाए गए चलान पर उन्होंने कहा कि मास्क नहीं पहनने, उचित दूरी का पालन नहीं करने समेत दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों से पिछले कुछ दिनों में 45 करोड़ रुपये वसूले गए हैं।

उन्होंने कहा कि ‘वैज्ञानिक कारणों’ से घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर पाबंदी लगायी गयी है क्योंकि चार-पांच संक्रमित लोग जलाशय के जरिए बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर सकते हैं इसलिए ‘‘हम जनस्वास्थ्य का खतरा नहीं उठा सकते।’’

भाजपा द्वारा घाटों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं देने के मुद्दे को उठाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को हर चीज का विरोध करना है। हमने दिवाली पूजा की, उसका भी उन्होंने विरोध किया, फिर पटाखों पर, अब छठ पूजा पर विरोध कर रहे हैं। हम जो भी चीज करते हैं उसका वे विरोध करते हैं।’’

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