⚡आज है अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस, जानें कितनी अहम है इशारों से बोली जाने वाली यह बोली
By Team Latestly
इंसान हर सजीव से ज्यादा सामाजिक होता है. दरअसल समाज में इंसान एक दूसरे को अपने जज्बात, कहानियां, तजुर्बे, गम, खुशी इत्यादि संवाद के जरिये शेयर करता हैं. संवाद में भाषा बेहद अहम होती है. यही वजह है कि हर व्यक्ति / समाज कि अपनी मूल भाषा होती है.