⚡बेघर जीते नहीं, केवल किसी तरह अपना अस्तित्व बचाते हैं: उच्च न्यायालय
By Bhasha
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा है कि बेघर लोग जीते नहीं, बल्कि अपना अस्तित्व बचाते हैं तथा वे संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत प्रदत्त जीवन के मौलिक अधिकार से अनभिज्ञ होते हैं.