Nobel Prize in Medicine 2024: विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा के क्षेत्र में 2024 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. दोनों वैज्ञानिकों ने माइक्रोआरएनए (microRNA) की खोज की थी और बताया कि यह शरीर में जीन रेगुलेशन को पोस्ट-ट्रांसक्रिप्शनल स्तर पर कैसे नियंत्रित करता है. उम्मीद है कि विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रूवकुन की यह खोज आगे चलकर जीन रेगुलेशन और बीमारियों के इलाज में एक नया रास्ता खोलेगी. इससे चिकित्सा विज्ञान में नई दवाओं के विकास और इलाज की बेहतर तकनीकों का आविष्कार हो सकेगा.
चिकित्सा के क्षेत्र में स्विस वैज्ञानिकों का पहले भी बहुत योगदान रहा है. इससे पहले 9 बार स्विस या स्विस-विदेशी दोहरी नागरिकता वाले लोगों को यह पुरस्कार मिल चुका है. इनमें वर्नर आर्बर (1978), मैक्स थेलर (1951), पॉल म्यूलर (1948), और एमिल थियोडोर कोचर (1909) शामिल हैं.
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विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रूवकुन को मिला नोबेल पुरस्कार
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The 2024 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded to Victor Ambros and Gary Ruvkun for the discovery of microRNA and its role in post-transcriptional gene regulation. pic.twitter.com/rg3iuN6pgY
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 7, 2024
क्या है माइक्रोआरएनए?
माइक्रोआरएनए छोटे, गैर-कोडिंग आरएनए अणु होते हैं, जो जीन के स्तर पर संदेशवाहक आरएनए (mRNA) को बाधित करके जीन की अभिव्यक्ति को नियंत्रित करते हैं. इस खोज से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिली कि शरीर में बीमारियों का विकास कैसे होता है और उन्हें कैसे रोका जा सकता है.