इस्लामाबाद, 24 सितंबर : पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के पाकपट्टन शहर के पास परिवार को बंधक बनाकर एक किशोरी के साथ लुटेरों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया. स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पाकिस्तानी दैनिक डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, एक शख्स अपनी पत्नी, बेटे, नाबालिग बेटी, बहन और एक 17 वर्षीय भतीजी के साथ पाकपट्टन में पारिवारिक मित्रों से मिलने गया था. पीड़ित परिवार एक अन्य शहर में रहता था.
आधी रात के बाद घर लौटते समय उनकी कार को चार हथियारबंद संदिग्धों ने रोक लिया. उन्होंने पहले सभी यात्रियों को लूटा और इसके बाद किशोरी को सड़क किनारे मक्के के खेतों में ले गए. परिवार को बंधक बनाकर किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. अखबार के बंधक परिवार लगातार मदद के लिए चिल्लाता रहा लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया. आरोपी के घटनास्थल से भाग जाने के बाद, परिवार किसी तरह पास के एक फार्महाउस में पहुंचा और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया. यह घटना पाकपट्टन जिले के मलिक रहमू गांव के पास घटी. यह भी पढ़ें : हरिनी अमरसूर्या ने श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली
पाकिस्तान महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देशों में से एक है. पंजाब और सिंध प्रांतों में पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में भारी वृद्धि देखी गई है. रविवार को फैसलाबाद के एक अस्पताल में भर्ती एक किशोरी मरीज के साथ कर्मचारी ने दुष्कर्म किया.
इस्लामाबाद बेस्ड सस्टेनेबल सोशल डेमोक्रेटिक ऑर्गेनाइजेशन (एसएसडीओ) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, फैसलाबाद में 2023 में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 728 मामले दर्ज किए गए. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मार्च में जारी इस रिपोर्ट में पाकिस्तान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा, दुष्कर्म, अपहरण और ऑनर किलिंग की बढ़ती घटनाओं पर प्रकाश डाला गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक सिंध में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कुल दर्ज मामलों की संख्या 2023 में 10,201 तक पहुंच गई, जो 2022 में दर्ज 8,787 मामलों से 16 प्रतिशत अधिक है. इसी तरह, पंजाब में भी स्थिति बहुत खराब है, जहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 10,201 मामले दर्ज किए गए. पंजाब के सभी जिलों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुईं, जिसमें लाहौर में 1,464 मामले दर्ज किए गए. इसके बाद शेखपुरा में 1,198 और कसूर में 877 मामले दर्ज किए गए.
इसके साथ ही, पूरे प्रांत में रेप की घटनाओं में चिंताजनक उछाल देखा गया. 2023 में कुल 6,624 मामले दर्ज किए गए, जो 2022 में दर्ज किए गए 5,890 मामलों से 12 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है. एसएसडीओ की रिपोर्ट के मुताबिक फैसलाबाद सबसे अधिक प्रभावित जिले के रूप में आगे रहा, जहां 728 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद लाहौर (721) और सरगोधा (398) का नंबर रहा.