![Boris Johnson India Visit : अप्रैल में भारत आएंगे ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन, चीन को घेरने की है तैयारी! Boris Johnson India Visit : अप्रैल में भारत आएंगे ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन, चीन को घेरने की है तैयारी!](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/03/34-Boris-380x214.jpg)
ब्रिटेन (United Kingdom) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) अप्रैल महीने के आखिर में भारत (India) दौरे पर आएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपियन यूनियन (European Union) से ब्रिटेन (Britain) के बाहर निकलने के बाद जॉनसन की यह पहली प्रमुख अंतरराष्ट्रीय यात्रा (International Trip) होगी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, उनके ऑफिस ने सोमवार को कहा कि अपनी इस यात्रा के दौरान जॉनसन इस क्षेत्र में ब्रिटेन के अवसरों को बढ़ावा देने के प्रयासों की संभवानाएं तलाशेंगे. इससे पहले जॉनसन को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत आना था लेकिन ब्रिटेन में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामले और वायरस के नए स्ट्रेन के प्रसार के चलते उनकी यात्रा रद्द कर दी गई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉनसन का भारत दौरा इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में ब्रिटेन के अवसरों को बढ़ावा देने और लोकतांत्रिक ताकत के साथ चीन से निपटने के मकसद से होगा. दरअसल, पिछले कुछ समय में हॉन्ग कॉन्ग, कोरोना महामारी और ब्रिटेन के 5G नेटवर्क में हुवेई को सक्रिय भूमिका न मिलने जैसे मुद्दों को लेकर चीन और ब्रिटेन के बीच संबंधों में तनाव दिखा है. यह भी पढ़ें- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हैरी-मेगन के साक्षात्कार पर टिप्पणी करने से इनकार किया.
ANI का ट्वीट-
UK Prime Minister Boris Johnson will visit India at the end of April in what will be his first major international trip after Britain’s exit from the European Union as part of efforts to boost UK opportunities in the region, his office said on Monday: Reuters pic.twitter.com/tvbxccjLDD
— ANI (@ANI) March 16, 2021
बता दें कि इसी साल जून महीने में जी-7 की बैठक इंग्लैंड में ही होनी है, इस बैठक में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी न्योता मिला है. ऐसे में इस बैठक से पहले जॉनसन अप्रैल में अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी संग द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. उल्लेखनीय है कि साल 2020 के आखिर में यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के एग्जिट को पूरा करने के बाद से जॉनसन सरकार ने वादा किया है कि 'एकीकृत समीक्षा' दिखाएगी कि ब्रिटेन अभी भी दुनिया के मंच पर खड़ा है और यह देश के लिए एक नए युग को परिभाषित करेगी.