मेलबर्न, सात दिसंबर ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर टेस्ट पदार्पण पर नजर लगाए बैठे लेग स्पिनर एडम जंपा का मानना है कि वह अब बेहतर गेंदबाज हैं और अगले साल उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में लाल गेंद वाली टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं. जंपा ने तीन साल बाद शेफील्ड शील्ड में वापसी की और विक्टोरिया के खिलाफ न्यू साउथ वेल्स के लिए पहली पारी में 57 रन देकर तीन विकेट लिए. वह अब आगामी बिग बैश लीग में खेलने की तैयारी कर रहे हैं. यह भी पढ़ें: भारत के खिलाफ पहले बैटिंग करने उतरी बांग्लादेशी टीम, इंडिया ने किए दो बदलाव
ऑस्ट्रेलिया की ओर से 2016 में सीमित ओवरों के प्रारूप में पदार्पण करने वाले जंपा ने टेस्ट टीम में दावेदारी पर बुधवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह मेरे दिमाग में है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वह शील्ड मैच किसी कारण से खेला था और लाल गेंद से क्रिकेट खेलना तथा काम के बोझ को उठाना वास्तव में अच्छा था. मैं बस यह जानने के लिए उत्सुक था कि सब कुछ कैसा रहेगा.’’
इस लेग स्पिनर ने कहा, ‘‘मेरे खेल में सुधार हुआ है, विशेष रूप से पिछले तीन वर्षों में, मैं लाल गेंद की टीम के लिए उपयोगी हो सकता हूं. मुझे पता है कि मेरा रिकॉर्ड वास्तव में बहुत अच्छा नहीं है- ऐसा निश्चित रूप से नहीं है- लेकिन मुझे लगता है कि मैंने सुधार किया है जिससे उन हालात के अनुकूल हो सकता हूं.’’
भारत दौरे के लिए टीम में जगह बनाने के लिए जंपा को अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन से चुनौती मिलेगी.
जंपा ने कहा, ‘‘मैं नाथन लियोन कभी नहीं बनूंगा, जो दुनिया में कहीं भी हो ऑस्ट्रेलिया का नंबर एक स्पिनर है. मुझे यह पता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन एक श्रृंखला और एक टीम में जहां आपके पास कई स्पिनर होने वाले हैं और आपको विकल्पों की आवश्यकता है, तो मुझे पता है कि मेरे पास मौका होगा.’’
इस लेग स्पिनर ने कहा, ‘‘हर साल उप महाद्वीप के दौरे नहीं होते हैं, कुछ वर्षों में एक बार यह दौरा होता है इसलिए मुझे पता है कि मेरे पास सीमित मौके हैं.’’
उन्होंने साथ ही कहा कि मिच स्वेपसन और टॉड मर्फी भी चुनौती पेश कर रहे हैं.
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