FIH World Cup 2023: एफआईएच पुरुष विश्व कप 2023 के लिए भिड़ने वाली 16 टीमों में ये चार सर्वश्रेष्ठ
एफएचआई मेन्स हॉकी वर्ल्ड कप (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली, 8 जनवरी : भारत और दुनिया भर में हॉकी प्रशंसक 13 जनवरी से शुरू होने वाले एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 (FIH World Cup 2023) का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. दुनिया भर की सोलह एलीट हॉकी टीमें ओडिशा के दो स्थानों पर 44 मैचों में भाग लेंगी. भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका के आमने-सामने होने के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत होगी. मेजबान भारत को क्वालीफाइंग दौर में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. वह पूल डी में दो मजबूत टीमों इंग्लैंड और स्पेन के साथ है.

आईएएनएस ने शीर्ष चार टीमों का विश्लेषण किया है.

बेल्जियम

डिफेंडिंग चैंपियंस के रूप में, बेल्जियम शुक्रवार को विश्व कप के लिए ओडिशा पहुंचा और विश्व हॉकी के कुछ सबसे बड़े सितारों का स्वागत करने के लिए प्रशंसकों की एक भारी भीड़ बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची. बेल्जियम को जर्मनी, जापान और कोरिया के साथ पूल बी में रखा गया है और वह 14 जनवरी को भुवनेश्वर में कोरिया के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेगा.

कप्तान फेलिक्स डेनेयर के नेतृत्व में, रेड लायंस एफआईएच 2018 पुरुष हॉकी विश्व कप के अपने प्रदर्शन को दोहराने और ट्रॉफी को बरकरार रखने की उम्मीद कर रहे हैं. यदि वे ऐसा करने में सक्षम होते हैं, तो वे पुरुषों के हॉकी विश्व कप के लगातार दो संस्करण जीतने वाले पाकिस्तान (1978, 1982), जर्मनी (2002, 2006) और ऑस्ट्रेलिया (2010, 2014) के बाद केवल चौथे देश बन जाएंगे.

जर्मनी

जर्मनी इस बार अधिक अनुभवी टीम के साथ प्रतियोगिता में उतरेगा. पिछली शताब्दी में भी महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ जर्मनों का समृद्ध हॉकी इतिहास रहा है. वे तीसरी विश्व कप ट्रॉफी जोड़ने के लिए होड़ करेंगे - इससे पहले 2002 और 2006 में इसे जीत चुके हैं. वे अपने अभियान की शुरूआत 14 जनवरी को जापान के खिलाफ करेंगे जिसके बाद उनका दूसरा मैच 17 जनवरी को बेल्जियम से होगा. दोनों मैच भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में खेले जाएंगे. कोरिया के खिलाफ ग्रुप चरण का अंतिम मैच 20 जनवरी को राउरकेला में खेला जाएगा.

नीदरलैंड

तीन बार के पुरुष हॉकी विश्व कप चैंपियन, थिएरी ब्रिंकमैन के नेतृत्व में नीदरलैंड, 10 जनवरी को राउरकेला की यात्रा करने से पहले भुवनेश्वर में अपनी अंतिम तैयारी पूरी करेगा, जहां वे 14 जनवरी को टूनार्मेंट के अपने पहले मैच में मलेशिया का सामना करेंगे.

1973, 1990 और 1998 में विश्व कप जीतने के साथ-साथ पिछले दो संस्करणों में फाइनल में पहुंचने वाली डच टीम इस खेल में सबसे अच्छी है. पूल सी में नीदरलैंड्स को चिली, मलेशिया और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है.

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया, जिन्हें कूकाबुरास के नाम से भी जाना जाता है, अर्जेंटीना, फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका के साथ पूल ए में हैं, और 16 जनवरी को कलिंग स्टेडियम में अर्जेंटीना से खेलने से पहले, 13 जनवरी को भुवनेश्वर में फ्रांस के खिलाफ अपने टूनार्मेंट की शुरूआत करेंगे. यह कहना उचित होगा कि मौजूदा एफआईएच शीर्ष रैंक धारक ऑस्ट्रेलिया टूनार्मेंट में सबसे बड़ी दावेदार है.

तीन बार के चैंपियन विश्व कप के 48 वर्षों में सर्वश्रेष्ठ जीत और गोल करने का रिकॉर्ड रखते हैं. उनके द्वारा खेले गए 92 मैचों में से, उन्होंने 75 की जीत प्रतिशत के साथ 69 जीते. उनका गोल करने का प्रति गेम औसत 3.31 है.

2010 (नई दिल्ली) और 2014 (द हेग, नीदरलैंड) में एक के बाद एक विश्व कप खिताब जीतने वाले ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला खिताब 1986 (इंग्लैंड) में जीता था जब उसने इंग्लैंड को हराया था.