नयी दिल्ली, 13 जून : कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण खिलाड़ियों की तैयारियां बाधित होने, कई क्वालीफाइंग टूर्नामेंट (Qualifying Tournament) रद्द होने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के अधिक मौके नहीं मिल पाने के बावजूद भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को उम्मीद है कि तोक्यो ओलंपिक में भारत के पदकों की संख्या दोहरे अंक में होगी और उन्होंने यह भी कहा कि ओलंपिक जा रहे किसी खिलाड़ी को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कोई परेशानी नहीं है .
कोरोना के इस दौर में क्रिकेट से लेकर फुटबॉल तक लगभग हर खेल में लगातार बायो बबल में रह रहे खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य का मसला लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है . बत्रा ने से बातचीत में कहा ,‘‘ कोरोना काल से पैदा हुई परिस्थितियां दुनिया भर के लिये समान है लेकिन खिलाड़ियों ने इसका डटकर सामना किया है . यह भी पढ़ें : COVID-19: अंडमान एवं निकोबार में कोविड-19 के 10 नए मामले, एक व्यक्ति की मौत
वे सकारात्मकता के साथ अभ्यास कर रहे हैं और अब प्रतिस्पर्धा का इंतजार है . अभी तक ऐसा कुछ नहीं सुना कि ओलंपिक खेलने जा रहे हमारे किसी खिलाड़ी को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी किसी समस्या का सामना करना पड़ा हो .’’