अहमदाबाद, 20 नवंबर: ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने कहा कि भारत के खिलाफ विश्व कप फाइनल में 241 रनों के सफल चेज के दौरान ट्रैविस हेड के साथ बल्लेबाजी करते समय उनकी मानसिकता ऐसी बल्लेबाजी करने की थी, जैसे कि यह एक टेस्ट मैच हो. यह भी पढ़ें: Shane Watson On Travis Head: शेन वॉटसन ने ट्रैविस हेड और पैट कमिंस की जमकर की तारीफ, कहा- उसे आउट करना काफी मुश्किल
सात ओवरों की समाप्ति पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 47/3 था. फिर, लाबुशेन ने हेड के साथ 192 रन की साझेदारी की. हेड ने 120 गेंदों में 137 रनों की शानदार पारी खेली. जबकि, लाबुशेन ने 110 गेंदों में नाबाद 58 रन बनाए और अपनी टीम की जीत पक्क की.
इस मैच जिताऊ पारी के बाद लाबुशेन ने कहा, "जब मैं बल्लेबाजी के लिए इंतजार कर रहा था तो मैं काफी घबराया हुआ था. लेकिन, जब आप मैदान पर उतरते हैं, तो वास्तव में कुछ भी नहीं बदलता है. "
लाबुशेन ने कहा, "आप गेंद को देख रहे होते हैं और आप बस जोन में आने की कोशिश करते हैं. मेरी मानसिकता यह थी कि आप इसे टेस्ट मैच की तरह लें. जब आप ट्रैविस हेड के साथ बल्लेबाजी कर रहे होते हैं, तो आमतौर पर रन-रेट का कोई दबाव नहीं होता है.
जब आप 230 (241) जैसे कम स्कोर का पीछा कर रहे होते हैं, जब तक कि आप वास्तव में संघर्ष नहीं कर रहे हों, रन-रेट का ज्यादा दबाव नहीं होगा. यह सिर्फ अच्छा और सकारात्मक होने के बारे में था." एश्टन एगर के चोटिल होने के बाद लाबुशेन को अंतिम समय में विश्व कप टीम में शामिल किया गया और उन्होंने टूर्नामेंट के विभिन्न चरणों में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसका परिणाम ऑस्ट्रेलिया के लिए छठा विश्व कप खिताब था.