केदार जाधव ने खोला बड़ा राज, कहा- इस वजह से गेंदबाजी में मिली सफलता
केदार जाधव (Photo credit-Twitter)

दुबई: कामचलाऊ स्पिनर केदार जाधव में अहम मौकों पर विकेट चटकाने की क्षमता है और इस भारतीय स्पिनर ने अपनी इस सफलता का श्रेय नेट पर अधिक गेंदबाजी नहीं करने को दिया. पैर की मांसपेशियों में खिंचाव से उबरने के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी कर रहे जाधव ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मुकाबले में तीन विकेट चटकाए. भारत की ओर से 42 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले जाधव ने कहा, ‘‘मैं नेट्स पर अधिक गेंदबाजी नहीं करता.

ईमानदारी से कहूं तो मैच से पहले अभ्यास सत्र में मैं कुछ ही ओवर फेंकता हूं. मुझे लगता है कि अगर नेट सत्र में मैं अपनी गेंदबाजी पर काम करने का प्रयास करता हूं तो इसमें जो भी कुछ अलग चीज है वह खत्म हो सकती है. इसलिए मैं अपनी सीमा में रहता हूं.’’ जाधव ने साथ ही याद किया कि किस तरह 2016 में जब पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें गेंद थमाई तो उनके अंदर का गेंदबाज सामने आया.

उन्होंने कहा, ‘‘धोनी भाई ने जब से न्यूजीलैंड के खिलाफ उस मैच में मुझे गेंदबाजी के लिए कहा तब से मेरा जीवन पूरी तरह से बदल गया.’’ विकेट हासिल करने की क्षमता का कारण पूछने पर जाधव ने कहा, ‘‘हम वह करने का प्रयास करते हैं जिसकी हमारे से उम्मीद की जा रही है- सही विभाग में गेंदबाजी करना, जब क्षेत्ररक्षक सर्कल में हो तो दबाव बनाए रखना. अगर हम प्रक्रिया पर कायम रहें तो नतीजे अपने आप मिलते हैं और मुझे लगता है कि यही हो रहा है.’’

जाधव ने कहा कि अप्रैल में सर्जरी के बाद फिटनेस प्रक्रिया में बदलाव से उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद मिली. इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सर्जरी के बाद मेरी फिटनेस में सुधार हुआ और पिछले चार महीने में मैंने ट्रेनिंग और फिटनेस के बारे में काफी सीखा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले मैं जब भी रिहैबिलिटेशन करता था तो मैं खेलना शुरू कर देता था. सोचता था कि यह समस्या दोबारा नहीं आएगी. कई बार मैं अपना नियमित अभ्यास भी नहीं करता था लेकिन अब मैं चाहे जैसा भी महसूस कर रहा हूं, मैं अपने दिन की शुरुआत जिम या दौड़ के साथ ही करता हूं.’’

भारत को रविवार को एक बार फिर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेलना है और उस संदर्भ में जाधव ने कहा, ‘‘भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा रोमांचक होते हैं, हम जीते और अच्छा महसूस कर रहे हैं लेकिन हम प्रत्येक टीम के साथ इसी जज्बे के साथ खेलते हैं.’’