पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने गुरुवार को कहा कि वे खिलाड़ी जो नियमित तौर पर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं और अगर उन्हें लगता है कि उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय कलैंडर बहुत बिजी है तो वे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को छोड़ कर सकते हैं. कपिल ने यहां एचसीएल के पांचवें संस्करण के सम्मान समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, "अगर आपको लगता है कि थक गया हूं तो मत खेलो आईपीएल. आप वहां (आईपीएल में) अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं. इसलिए अगर आपको लगता है कि आप थक गए हैं तो आप आईपीएल के दौरान हमेशा ब्रेक ले सकते हैं. जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं तो फिर अलग भावना होनी चाहिए."
उन्होंने कहा कि जब खिलाड़ी अपने देश के लिए खेल रहे होते हैं तो उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत होती है और इससे समझौता नहीं करना चाहिए क्योंकि वे फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने में बहुत अधिक ऊर्जा लगाते हैं. पूर्व कप्तान ने हालांकि इस बात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या उन्होंने पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड से मिली हार या फिर वनडे सीरीज के दौरान भारतीय खिलाड़ियों में किसी भी तरह के थकान के संकेत देखे थे. कपिल ने कहा, "मुझे नहीं पता। टीवी देखना और बयान देना मेरे लिए बहुत मुश्किल और अनुचित है."
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16 साल के अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में भारत के लिए 131 टेस्ट और 225 वनडे मैच खेलने वाले पूर्व कप्तान ने कहा कि जब वे खेलते थे तो उन्हें भी थकान महसूस होती थी. कपिल ने कहा, "कई बार, हां. जब आप एक सीरीज में खेलते रहते हैं और उस समय थकान महसूस करते हैं जब आप रन नहीं बना रहे होते हैं या विकेट नहीं ले रहे होते हैं. लेकिन जब आप ऐसा करते हैं तो कभी नहीं थकते हैं. आप सात विकेट लेते हैं और एक दिन में 20-30 ओवर गेंदबाजी करते हैं."
अपनी कप्तानी में भारत को पहला विश्व कप जिताने वाले कपिल ने कहा, "यह एक बहुत ही भावनात्मक चीज है. आपका मन और आपका दिमाग उसी तरह काम करता है. प्रदर्शन आपको बहुत हल्का और खुश करते हैं."