बीसीसीआई आईपीएल पर अंतिम फैसला लेने के लिए आईसीसी के टी-20 विश्व कप पर लिए जाने वाले फैसले का इंतजार कर रही है, लेकिन फ्रेंचाइजियों ने शायद इस बात को भांप लिया है कि लीग इस साल संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) में आयोजित होगा और इसलिए टीमों ने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि उन्होंने व्यवस्थात्मक तैयारियां शुरू कर दी हैं और अबु धाबी में वो होटल भी चुनने शुरू कर दिए हैं जिनमें वो रूकेंगी. साथ ही इस बात की तैयारी शुरू कर दी है कि वह टीम ट्रेनिंग कैसे करेगी. एक अधिकारी ने कहा, "आपको स्मार्ट होना होता है और जल्दी तैयारी करनी होती है. हमें जरूरी जानकारी दी जा चुकी है और हम उसी के हिसाब से तैयारी कर रहे हैं. हमने तय कर लिया है कि हम अबु धाबी में किस होटल में रूकेंगे और वहां कैसे जाएंगे और यूएई में पहुंचकर क्वारंटीन प्रक्रिया क्या होगी. हमें फिर निश्चित तौर पर उस देश की स्वास्थ गाइडलांस को पालन करना होगा."
एक पूर्व विजेता फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने बताया कि वह यूएई रवाना होने से पहले ही भारत में आइसोलेशन पीरियड को लेकर बात कर रही हैं. उन्होंने कहा, "हम खिलाड़ियों के भारत में इकट्ठा हो जाने की तैयारी कर रहे हैं. हम टीम को बायो-सिक्योर वातावरण में रखेंगे, टेस्ट कराएंगे और फिर यूएई के लिए रवाना होंगे." उन्होंने कहा, "इसके पीछे कारण यह है कि हम सभी घर में रह रहे हैं. इसलिए अगर हममें से कोई भी बिना लक्षण वाला निकला तो वह दूसरों को संक्रमित कर देगा. इसलिए अच्छा होगा कि हम कुछ सप्ताह आइसोलेशन में जाएं और यहां भारत में टेस्ट कराने के बाद बाहर के लिए रवाना हों."
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एक अन्य फ्रेंचाइजी के अधिकारी से यातायात संबंधी प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चार्टर प्लेन सबसे सही विकल्प है क्योंकि उस समय तक आम हवाई सेवा शुरू हो या नहीं कोई नहीं जानता. अधिकारी ने कहा, "मुझे लगता है कि अगर सभी टीमें नहीं तो अधिकतर टीमें चार्टर प्लान के बारे में सोच रही होंगी. आप नहीं जानते कि अगस्त के आखिरी सप्ताह तक आम हवाई सेवा शुरू होगी या नहीं और सभी टीमें अगस्त के आखिरी सप्ताह या ज्यादा से ज्यादा सितंबर के पहले सप्ताह तक यूएई में पहुंचना चाहेंगी. इस स्थिति में चार्टर प्लान के साथ सफर करना अच्छा रहेगा क्योंकि हमारे पास 35-40 लोगों का स्टाफ होगा जो यूएई जाएगा. जब आप बाहर जाते हो तो लोगों की संख्या काफी बढ़ जाती है."
एक और फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने हालांकि इस बात को काट दिया और कहा कि वह फस्र्ट क्लास ट्रेवल के बारे में सोच रहे हैं और फ्रेंचाइजी भारत में किसी तरह से खिलाड़ियों को इकट्ठा करने के बारे में भी नहीं सोच रही है. उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, अगर आप मुझसे पूछें, हम एक फ्रेंचाइजी के तौर पर फस्र्ट क्लास ट्रेवल के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि इससे एक अच्छी दूरी बनाई जा सकती है. इसका एक मात्र कारण है कि हम हो सकता है कि भारत में इकट्ठा न हों और अपनी-अपनी जगह से कोविड-19 टेस्ट करा यूएई के लिए रवाना हों. इस स्थिति में आप मालिक से उम्मीद नहीं कर सकते कि वह 8-10 चार्टर ट्रिप्स की व्यवस्था करे. लेकिन हां, अगर आम विमान सेवा शुरू नहीं होती है तो यह अलग स्थिति होगी."
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सभी फ्रेंचाइजियां हालांकि सभी विदेशी खिलाड़ियों को सीधे यूएई में बुलाने को लेकर एक मंच पर हैं. उन्होंने कहा, "हम सभी व्यवस्थात्मक बातों को लेकर चर्चा कर रहे थे और मैं आपको एक बात सुनिश्चित कर देता हूं कि हम सभी का एक मत है कि विदेशी खिलाड़ी टीमों से सीधे यूएई मे मिलेंगे. जरा सोचिए पहले कोई भारत आए 10-14 दिन यहां क्वारंटीन रहे और फिर यूएई में जाकर वहां क्वारंटीन रहे. विदेशी खिलाड़ी सीधे वहीं मिलेंगे अगर फ्रेंचाइजियां आखिरी समय में अपनी रणनीति बदलती नहीं हैं तो."