भारत को कोई भी गेंदबाज इस जोड़ी को तोड़ने में असफल दिखाई दे रहे थे, क्योंकि आखिरी 15 ओंवरों में उन्होंने टीम के लिए बेहतरीन औसत से रन बनाए. इस दौरान, कप्तान बावुमा ने सात चौके की मदद से अपने करियर का दूसरा शतक लगाया. डूसन ने भी 83 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया. इसके बाद, डूसन ने भुवनेश्वर की गेंद पर मैच का दूसरा छक्का लगाया.
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