फाल्गुन मास की पूर्णिमा से होती है और चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा के दिन इसका समापन होता है. होली के पर्व के पहले दिन यानी पूर्णिमा तिथि को प्रदोष काल में होली पूजा और होलिका दहन किया जाता है, जिसके बाद अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है, जिसे धुलेंडी भी कहा जाता है. इस साल होलिका दहन 28 मार्च को है, जबकि रंगों की होली 29 मार्च को खेली जाएगी.
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