स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, "जेल में रहने वाले कैदी संवेदनशील समूहों में आते हैं क्योंकि वे बैरक में एक-दूसरे के करीब रहते हैं और कई बार वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी संभव नहीं हो पाता है. बल्कि पिछले साल महामारी के कारण कई कैदी बीमार भी हुए थे."
...