World Elephant Day 2023: कब है विश्व हाथी दिवस? जानें इसका महत्व, उद्देश्य, सेलिब्रेशन एवं हाथी से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट!
हाथी दुनिया का विशालतम, एवं दुर्लभ प्राणी है, लेकिन लाखों वर्ष पुराना यह जीव अवैध शिकार, तस्करी और निवास की दुर्व्यवस्था के कारण इसकी संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है, राजसी आन-बान-शान का प्रतीक समझे जाने वाले हाथी की सुरक्षा एवं संरक्षण को ध्यान में रखकर 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस मनाने की घोषणा की गई थी.
हाथी दुनिया का विशालतम, एवं दुर्लभ प्राणी है, लेकिन लाखों वर्ष पुराना यह जीव अवैध शिकार, तस्करी और निवास की दुर्व्यवस्था के कारण इसकी संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है, राजसी आन-बान-शान का प्रतीक समझे जाने वाले हाथी की सुरक्षा एवं संरक्षण को ध्यान में रखकर 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस मनाने की घोषणा की गई थी. आइये बात करते हैं, दिव्य पशु का प्रतीक समझे जाने वाले गजराज उर्फ हाथी के इस दिवस को मनाने की वजह, महत्व एवं दिवस विशेष के सेलिब्रेशन के साथ जानेंगे हाथी से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट.. यह भी पढ़ें: Padmini Ekadashi 2023: पद्मिनी एकादशी पर गलती से भी ना करें ये 9 काम! आपको विपत्तियां घेर सकती हैं!
विश्व हाथी दिवस का महत्व
विश्व हाथी दिवस जंगली हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने का बहुत महत्वपूर्ण दिवस है. यह दिवस हाथियों के अवैध शिकार एवं इसके कीमती दांतों की तस्करी के कारण हाथियों पर बढ़ते खतरों के बारे में शिक्षित करने में मदद करता है. विश्व हाथी दिवस महज हाथी के प्रति जागरूकता बढ़ाना नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है. हाथी राजसी और विस्मयकारी प्राणी है.
कब और क्यों मनाते हैं विश्व हाथी दिवस?
साल 2011 में सिम्म एवं एलिफेंट की इंट्रोडक्शन फाउंडेशन द्वारा इसकी पहल की गई थी, किंतु ऑफिशियली 12 अगस्त 2012 विश्व हाथी दिवस मनाने की घोषणा की गई. विश्व हाथी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर से हाथियों की लुप्त हो रही संख्या की ओर दुनिया भर का ध्यान आकर्षित करना, उनकी सुरक्षा हेतु जागरूकता फैलाना और संरक्षण को बढ़ावा देना है. इसका मकसद हाथियों के पुनर्वास, बेहतर स्वास्थ्य, गैरकानूनी ढंग से हाथियों की तस्करी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाना है.
कैसे करें विश्व हाथी दिवस सेलिब्रेशन!
हाथी संरक्षण के लिए दान करें- विश्व हाथी दिवस हाथियों के अवैध शिकार से बचाने में अहम भूमिका निभाता है. उनकी प्रजातियों के अनुसंधान एवं संरक्षण के इससे जुड़े विश्वसनीय संगठन को कुछ फंड दान करें.
हाथियों के बारे में स्वयं को शिक्षित करें- हाथियों और उनके आवास के बारे में जानकारी के लिए पुस्तक पढ़ें, डॉक्युमेंट्री देखें और ऑनलाइन सर्च करें. जानने की कोशिश करें कि हाथी की सुरक्षा के लिए क्या-क्या किया जा सकता है.
हाथी अभयारण्य का भ्रमण करें- हाथियों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए निकटतम अभ्यारण्य अथवा नेशनल पार्क जाएं. वहां हाथी के प्रति अपना समर्थन, प्रशंसा और स्नेह का प्रदर्शन करें.
धन संचय या कार्यक्रम का आयोजन करें- हाथी संरक्षण के लिए जागरूकता एवं धन संग्रह का कार्यक्रम आयोजित करें. इस अवसर पर एक मूवी नाइट, या म्युजिकल नाइट का आयोजन कर टिकट बेचें. चाहें तो एक हाथी गोद ले लें. यहां गोद लेने का आशय किसी अभ्यारण्य में पल रहे हाथी की परवरिश की जिम्मेदारी ले लें.
हाथी से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट!
* जन्म के 20 मिनट बाद ही हाथी का बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है.
* दक्षिण अफ्रीका में हाथियों का अधिकतम वजन 5 हजार किलो तक बताया जाता है.
* एक स्वस्थ हाथी दिन भर में 150 किलो खाना खाता है और करीब 80 गैलन पानी पीता है
* हाथी विश्व के लिए बहुत आवश्यक प्राणी माना जाता है, क्योंकि यह जंगल में रहने वाले अन्य वन्य जीवों के पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) को बनाए रखने में खास भूमिका निभाते हैं.
* वर्तमान में भारत के 14 प्रदेशों में लगभग 65 हजार वर्ग किमी में हाथियों के लिए कुल 30 वन क्षेत्र सुरक्षित एवं सरकार द्वारा संरक्षित है.
* हाथी हमेशा झुंड में चलते हैं, जिससे घने जंगलों में रास्ता खुद-ब-खुद बनता जाता है, जिसका लाभ जंगल के अन्य प्राणियों को मिलता है,
* एशियाई हाथियों की कुल वैश्विक आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक भारत में हैं.
* सनातन धर्म में हाथी को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है.