Pitru Paksha 2018: ये संकेत बताते हैं कि आप हैं पितृदोष से पीड़ित, इन उपायों से पाएं मुक्ति

व्यक्ति के जीवन में कई ऐसे संकेत मिलते हैं जो पितृदोष की ओर इशारा करते हैं, लेकिन पितृपक्ष के दौरान कुछ उपायों की मदद से इस दोष को दूर किया जा सकता है.

पितृदोष से मुक्ति (Photo Credit: wikimedia commons)

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्य कन्या राशि में जाते हैं तब पितृ परलोक से धरती पर कुछ दिनों के लिए अपने परिजनों के पास आते हैं. साल के इन 16 दिनों को पितृपक्ष, श्राद्धपक्ष या महालय कहा जाता है. इस दौरान मृत्यु के देवता यमराज सभी मृत आत्माओं को अपने परिवार वालों के पास जाने के लिए मुक्त कर देते हैं, ताकि वो अपने स्वजनों के पास जाकर तर्पण ग्रहण कर सकें. कहा जाता है कि जो लोग पितृपक्ष के दौरान श्राद्धकर्म नहीं करते, उनसे पितृ नाराज हो जाते हैं और उन्हें अपने जीवन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

परिवार में किसी की अकाल मृत्यु हो जाने या किसी पूर्वज की मौत के बाद उनका ठीक तरह से अंतिम संस्कार न होने या फिर किसी पूर्वज की इच्छा अधूरी रह जाने पर उनकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती है. कई बार पूर्वजों की अतृप्त आत्मा परिवार के लोगों को परेशान करती है जिसे पितृदोष से जोड़कर देखा जाता है. हालांकि व्यक्ति के जीवन में कई ऐसे संकेत भी मिलते हैं जो पितृदोष की ओर इशारा करते हैं, लेकिन पितृपक्ष के दौरान कुछ उपायों की मदद से इस दोष को दूर किया जा सकता है.

पितृदोष के संकेत

यह भी पढ़ें: Pitru Paksha 2018: कौए से जुड़े ये 5 संकेत बताते हैं कि जल्द ही खुलने वाली है आपकी किस्मत

करें ये उपाय

करें इन मंत्रों का जप

इन उपायों से आपको पितृदोष से मुक्ति मिल सकती है. इसके अलावा आप  इन मंत्रों का जप करके इस दोष को शांत कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें: Pitru Paksha 2018: अगर आप भी कर रहे हैं श्राद्धकर्म तो रखें इन बातों का ध्यान

Share Now

\