National Cancer Awareness Day 2019: क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व
राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस 2019 (Photo Credits: File Image)

National Cancer Awareness Day 2019: कैंसर (Cancer) एक ऐसी घातक बीमारी है, जिससे हर साल दुनियाभर में न जाने कितने ही लोगों की मौत हो जाती है. हालांकि शुरुआती दौर में कैंसर के लक्षणों (Cancer Symptoms) को पहचानकर अगर व्यक्ति इलाज कराए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है, लेकिन अधिकांश मामलों में कैंसर का पता तब चलता है, जब यह बीमारी गंभीर रूप ले लेती है. कैंसर जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूकता (Awareness) लाने के मकसद से हर साल 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस (National Cancer Awareness Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य इस घातक बीमारी के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है.

बात करें भारत की तो यहां कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इतना ही नहीं इस बीमारी के चलते होने वाली मौतों का आंकड़ा भी पिछले कुछ सालों में बढ़ा है. नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम ऑफ द इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (National Cancer Registry Programme of the India Council of Medical Research) (ICMR) की रिपोर्ट के अनुसार कैंसर हर रोज 1300 से अधिक भारतीयों की जान ले लेता है. पिछले एक दशक में कैंसर की वजह से होनेवाली मौतों के आंकड़े में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

कई अध्ययनों से यह पता चला है कि भारत में कैंसर दूसरी सबसे आम बीमारी है और इससे होनेवाले मृत्युदर को कम करने में मदद करने के लिए इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता होना बेहद जरूरी है. इस बीमारी की रोकथाम और इससे लड़ने के लिए लोगों को इसके लक्षणों, निदान और उपचार के बारे में जानकारी होना आवश्यक है. यह भी पढ़ें: World Cancer Day 2019: 4 फरवरी को मनाया जाएगा विश्व कैंसर दिवस, साल 2019 का थीम है 'I Am And I Will'

इस दिवस का इतिहास और महत्व

सितंबर 2014 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 7 नवंबर को हर साल राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी. इसके बाद से हर साल 7 नवंबर को कैंसर के प्रति जागरूकता का यह दिवस मनाया जाने लगा. डॉ. हर्षवर्धन ने कैंसर नियंत्रण पर राज्य स्तरीय आंदोलन शुरू किया और मुफ्त स्क्रीनिंग के लिए सरकारी अस्पतालों, सीजीएचएस और नगरपालिका क्लीनिकों के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि अधिक से अधिक लोगों को कैंसर का जल्दी पता लगाने, निवारक उपायों और इलाज के बारे में जानकारी मिल सके.

हालांकि कई अध्ययनों ने उपचार के कई विकल्प भी विकसित किए हैं जैसे- इम्यूनोथेरेपी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्मोन थेरेपी, टार्गेटेड थेरेपी, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, सर्जरी इत्यादि. दुर्भाग्य की बात तो यह है कि कैंसर का कोई विशिष्ट लक्षण नहीं है. कई मामलों में इसके लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि इसपर लोगों का ध्यान ही नहीं जाता है. ऐसे में इससे बचने के लिए आवश्यक है कि समय-समय पर कैंसर का पता लगाने के लिए जांच कराई जाए. गौरतलब है कि दुनिया भर में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है.