रक्त को पतला करने का आशय है, रक्त के थक्कों की निर्माण प्रक्रिया को रोकना है. गाढ़ा रक्त शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है. डॉक्टर जितेंद्र सिंह के अनुसार ठंड के दिनों में पाचन क्रिया सुचारू रूप से नहीं होती है. पसीना नहीं आने से शरीर से वर्ज्य पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते, जिसके कारण रक्त गाढ़ा होने लगता है, जो हृदय रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है. रक्त को पतला करने वाली दवाएं बाजार में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, लेकिन आप चाहें तो अपने दैनिक आहार में कुछ विशेष खाद्य पदार्थ शामिल करके, रक्त को गाढ़ा होने से रोक सकते हैं. ध्यान रहे कि ये खाद्य पदार्थ रक्त के थक्के को तोड़ते नहीं, बल्कि रक्त में थक्के बनने की प्रक्रिया पर अंकुश रखते हैं. रक्त वाहिकाओं में रक्त के थक्के का इलाज बहुत जरूरी है, अन्यथा स्ट्रोक एवं हार्ट अटैक का खतरा उत्पन्न हो सकता है. यह भी पढ़ें: Blood-Thinning Foods For Healthy Heart: रक्त पतला करने के लिए इन फूड्स का करें इस्तेमाल, वरना दिल दे सकता है धोखा!
खून को गाढ़ा होने से बचाने वाले प्रमुख खाद्य पदार्थ
हल्दी
हल्दी मसालों का राजा माना जाता है. यह भोजन को सुंदरता के साथ-पौष्टिकता भी प्रदान करता है, क्योंकि इसमें करक्यूमिन नामक महत्वपूर्ण तत्व होते हैं. यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी नामक महत्वपूर्ण तत्व से युक्त होते हैं. इनकी उपस्थिति के कारण रक्त में थक्के नहीं जमते, और शरीर के प्रत्येक अंगों तक रक्त का बेहतर प्रवाह बना रहता है. हमारे खानों में ही नहीं बल्कि उपचार हेतु भी इनका प्रयोग सदियों से होता रहा है.
अदरक
अदरक आपके खाने को स्वादिष्ट तो बनाता ही है, साथ ही सेहत को भी बेहतर बनाता है. रक्त को पतला रखने और हृदय रोग के खतरे को कम करने के संदर्भ में यह रामबाण साबित हो सकता है. हल्दी सूजन रोधी मसाला भी है, जो रक्त को थक्का बनने से रोकने में मदद करता है. इसमें जिंजरोल नामक प्राकृतिक सूजनरोधी यौगिक होते हैं, जिसकी वजह से प्लेटलेट्स एक जगह जमने नहीं पाता. इसमें सैलिसिलेट्स भी होते हैं, जो एस्पिरिन को रक्त पतला करने वाले गुण प्रदान करते हैं.
मछली
मांसाहार में मछली सबसे अधिक पौष्टिक तत्वों से युक्त होता है. विशेष रूप से ट्यूना और सैल्मन मछलियों में ओमेगा 3 तेल प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये आपके प्राकृतिक रक्त को पतला करते हैं. ये मछलियां प्रचुर मात्रा में फैटी एसिड भी प्रदान करती हैं, जो रक्त को पतला करने उसे उसी स्वरूप में बनाए रखने में मदद करती हैं.
लहसुन
लहसुन खाद्य पदार्थों को चटख और स्वादिष्ट बनाता है. लेकिन कम लोगों को पता होगा कि यह सेहत के लिए भी बहुत गुणकारी होता है. लहसुन में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो रक्त को थक्का बनाने वाले प्रोटीन फाइब्रिनोजेन के उत्पादन को कम करते हैं, जिसकी वजह से रक्त पतला होता है, और उसमें थक्के नहीं जमने पाते, मगर चिकित्सक यह भी सलाह देते हैं कि गर्मी के दिनों में इसका इस्तेमाल एक सीमा के भीतर ही करना चाहिए.
विटामिन सी युक्त फल
विटामिन सी हमारे शरीर के लिए बहुपयोगी माना जाता है. विटामिन सी युक्त फलों संतरा, कीवी, अंगूर एवं नींबू जैसे खट्टे फल रक्त के निर्माण के साथ-साथ उसकी सफाई और उसे थक्का बनने से रोकने की भी भूमिका निभाता है, क्योंकि इन फलों में विटामिन सी के साथ-साथ बायो फ्लेवोनॉयड्स भी प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये तत्व शरीर की कोशिकाओं की दीवारों को मजबूत बनाते हैं, उनकी सूजन को दूर करते हैं, जिसकी वजह से रक्त में थक्के नहीं जमने पाते, और पूरे शरीर में खून का बेहतर प्रवाह बना रहता है.