Vijay Diwas 2023 Messages: विजय दिवस की दें बधाई! शेयर करें देशभक्ति वाले ये हिंदी WhatsApp Wishes, Quotes और Facebook Greetings
सन 1971 में पाकिस्तान पर निर्णायक जीत का जश्न मनाने के लिए हर साल 16 दिसंबर को भारत में विजय दिवस मनाया जाता है. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. ऐसे में विजय दिवस के इस अवसर पर आप देशभक्ति वाले इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, कोट्स और फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए इसकी बधाई दे सकते हैं.
Vijay Diwas 2023 Messages in Hindi: सन 1971 में जब भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध (India-Pakistan War) हुआ था, तब इस युद्ध में करीब 8 हजार पाकिस्तानी सैनिकों (Pakistan Soldiers) की मौत हुई थी, जबकि भारत के करीब 2,908 सैनिक पाकिस्तानी सेना से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे. इस युद्ध में शहादत देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और पाकिस्तान (Pakistan) पर भारत (India) की ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष्य में हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस (Vijay Diwas) मनाया जाता है, जबकि बांग्लादेश में इसे बिजोय दिवस (Bijoy Dibosh) या बांग्लादेश मुक्ति दिवस (Bangladesh Mukti Diwas) के तौर पर मनाया जाता है. आपको बता दें कि भारत-पाक युद्ध (India-Pakistan War) के परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ था.
सन 1971 में पाकिस्तान पर निर्णायक जीत का जश्न मनाने के लिए हर साल 16 दिसंबर को भारत में विजय दिवस मनाया जाता है. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. ऐसे में विजय दिवस के इस अवसर पर आप देशभक्ति वाले इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, कोट्स और फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए इसकी बधाई दे सकते हैं.
1- खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मर कर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूं उन्हें सलाम ऐ वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में तिरंगे का नसीब बसता है.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
2- मैं मुल्क की हिफाजत करूंगा,
ये मुल्क मेरी जान है,
इसकी रक्षा के लिए,
मेरा दिल और जान कुर्बान है.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
3- जो देश के लिए शहीद हुए,
उनको मेरा सलाम है,
अपने खून से जिसने जमीं को सींचा,
उन बहादुरों को सलाम है.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
4- लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है,
उछल रहा है जमाने में नाम-ए-आजादी.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
5- मेरे शरीर से आती है वतन की मिट्टी की खुशबू,
दुश्मनों को चटाता हूं धूल,
आसमान को भी भर लूं मुट्ठी में,
मैं रेगिस्तान में भी खिला दूं फूल,
विजय दिवस की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि आजादी के बाद से ही पाकिस्तान बांग्लादेश पर दबाव और तानाशाही करते आ रहा था. ऐसे हालात में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश यानी पूर्वी पाकिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम में समर्थन देने का वादा किया था. प्रधानमंत्री की इस घोषणा के बाद भारत ने अपनी सेनाओं को आदेश दिया कि वे पाकिस्तानी सेनाओं को बांग्लादेश से खदेड़ दें, जिसके बाद 1971 में भारत-पाक के बीच बड़ा युद्ध हुआ, जिसमें भारत की जीत हुई. इस युद्ध में भारत की वजह से पूर्वी पाकिस्तान आजाद हुआ और बांग्लादेश का नए राष्ट्र के रूप में निर्माण हुआ.