Sai Baba Punyatithi 2021 Date: शिरडी के साईं बाबा की पुण्यतिथि (Sai Baba Punyatithi) हर साल विजयादशमी (Vijayadashami) यानी दशहरा के दिन मनाई जाती है, जिसे शिरडी साईं बाबा महासमाधि दिवस (Shirdi Sai Baba Mahasamadhi Diwas) कहा जाता है. दरअसल, 15 अक्टूबर 1918 को विजयादशमी के दिन दोपहर करीब 2.30 बजे साईं बाबा ने महासमाधि ली थी. इस साल शिरडी के साई बाबा की पुण्यतिथि 15 अक्टूबर को पड़ रही है. शिरडी में साईं बाबा की पुण्यतिथि उत्सव को तीन दिनों तक मनाया जाता है. इस दौरान लाखों श्रद्धालु शिरडी पहुंचते हैं और उन्हें महाप्रसाद वितरित किया जाता है. उत्सव के पहले दिन एक भव्य जुलूस को साईं बाबा की छवि और उनके भक्त हेमदपंत (Hemadpant) द्वारा लिखित साईं सच्चरित्र (Sai Satcharitra) के साथ निकाला जाता है. मुख्य दिन गोदावरी नदी का पानी श्री साईं बाबा के स्नान के लिए लाया जाता है. उत्सव के अंतिम दिन के दौरान मुख्य मंदिर 24 घंटे के लिए खुला रहता है. विजयादशमी पर ब्राह्मण भोजन और दक्षिणा का आयोजन किया जाता है. उत्सव के आखिरी दिन गांव के सभी लोगों और भक्तों के बीच मुफ्त में भोजन वितरित किया जाता है.
इस साल साईं बाबा की 103वीं पुण्यतिथि मनाई जाएगी. हालांकि साईं बाबा पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए दुनिया भर से लाखों भक्त शिरडी पहुंचते हैं. चलिए जानते हैं शिरडी साईं बाबा पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले तीन दिवसीय उत्सव की तिथियां और कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल.
साई बाबा पुण्यतिथि उत्सव का पूरा शेड्यूल
साईं बाबा पुण्यतिथि कार्यक्रम- 14 अक्टूबर 2021 से 17 अक्टूबर 2021 तक
साई बाबा महासमाधि दिवस- 15 अक्टूबर 2021
14 अक्टूबर 2021- पहले दिन का कार्यक्रम
पहले दिन के उत्सव की शुरुआत काकड़ आरती से की जाएगी. इस दिन साईं बाबा की छवि और पोथी का जुलूस निकाला जाएगा. द्वारकामाई में साईं सच्चरित्र का अखंड पारायण किया जाएगा. आरती और कीर्तन के साथ कलाकारों का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. रात में साईं बाबा की पालकी शोभायात्रा निकाली जाएगी. पहले दिन द्वारकामाई मंदिर रात भर परायण के लिए खुला रहेगा.
15 अक्टूबर 2021- मुख्य दिवस
तीन दिवसीय उत्सव के मुख्य दिन यानी साईं बाबा के समाधि दिवस पर काकड़ आरती से उत्सव की शुरुआत होगी. अखंड पारायण समाप्ति होगी. साईं बाबा को पवित्र स्नान कराया जाएगा. भजन-कीर्तन और आरती के साथ तीर्थ प्रसाद वितरित किया जाएगा. खंडोबा मंदिर में सिमोल्लांघन और जुलूस निकाला जाएगा. कलाकारों का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और गांव से होते हुए साईं बाबा का रथ जुलूस निकाला जाएगा. समाधि मंदिर रात भर दर्शन के लिए खुला रहेगा.
16 अक्टूबर 2021- आखिरी दिन का उत्सव
उत्सव के आखिरी दिन सबसे पहले साईं बाबा का पवित्र स्नान होगा. गुरु स्थान मंदिर में रुद्राभिषेक आयोजित किया जाएगा. गोपालकला कीर्तन और दही हांडी कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. आरती और प्रसाद वितरण किया जाएगा. कलाकारों का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
शिरडी में महासमाधि उत्सव में पूजा, भजन व सार्वजनिक पारायणी (भक्ति शास्त्रों का पाठ), पालकी और रथ यात्रा शामिल है. इस दौरान एक दिन समाधि मंदिर पूरी रात खुला रहता है और उस दौरान भजन व कव्वाली गाए जाते हैं. इस साल तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्री साई बाबा काकड़ आरती, श्री साई बाबा पोथी के चित्रण की प्रक्रिया, द्वारकामाई में श्री साई सतचरित्र का अखंड पारायण, रथ जुलूस जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान शामिल हैं.