Makar Sankranti 2024 HD Images: मकर संक्रांति पर इन हिंदी WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo SMS, Wallpapers को भेजकर दें पर्व की बधाई
ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति पर सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए उनकी राशि में जाते हैं, इसलिए हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व बताया जाता है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस और वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को बधाई दे सकते हैं.
Makar Sankranti 2024 HD Images: आज (15 जनवरी 2024) देशभर में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसे उत्तर भारत में खिचड़ी (Khichadi), तमिलनाडु में पोंगल (Pongal), ओडिशा में मकर चौला (Makar Chaula), असम में माघ बिहू (Magh Bihu) और गुजरात में उत्तरायण (Uttarayan) कहा जाता है. यह मुख्य तौर पर फसलों का खास पर्व है, जिसे हर कोई हर्षोल्लास के साथ मनाता है. इस पर्व को देशभर में विभिन्न नामों और स्थानीय परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है. इस दिन सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण (Uttarayan) होते हैं और इसी के साथ मौसम में परिवर्तन आने लगता है. इस दिन से सर्दियां कम होने लगती हैं, दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं. सूर्यदेव के मकर राशि में गोचर करने से खरमास की समाप्ति होती है और सभी मांगलिक कार्य एक बार फिर से शुरु हो जाते हैं.
मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर अपने पुत्र शनि की मकर राशि में प्रवेश करते हैं. ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति पर सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए उनकी राशि में जाते हैं, इसलिए हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व बताया जाता है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस और वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को बधाई दे सकते हैं.
1- शुभ मकर संक्रांति
2- हैप्पी मकर संक्रांति
3- मकर संक्रांति की हार्दिक बधाई
4- मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
5- मकर संक्रांति 2024
गौरतलब है कि करीब छह महीने तक दक्षिणायन रहने के बाद मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव उत्तरायण होते हैं, जिससे देवताओं के दिन की शुरुआत होती है. इस दिन गंगा या अन्य नदियों में स्नान करने के बाद दान का विशेष महत्व बताया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन नदी में स्नान और दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन काले तिल का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि दोष से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही इस दिन तांबे के लोटे से सूर्यदेव को जल अर्पित करने से पद और सम्मान में बढ़ोत्तरी होती है.