Maha Sasthi 2022 Wishes: शुभो महा षष्ठी! शेयर करें मां दुर्गा के ये मनमोहक HD Images, WhatsApp Stickers, GIF Greetings और Wallpapers
महालया के छह दिन बाद यानी अश्विन शुक्ल षष्ठी से दुर्गा पूजा का शानदार आगाज होता है. शारदीय नवरात्रि की महा षष्ठी तिथि बंगाली समुदाय के लिए बेहद खास होती है, इसलिए इस दिन लोग महा षष्ठी के शुभकामना संदेशों के जरिए एक-दूसरे को बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर मां दुर्गा के इन मनमोहक विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स के जरिए शुभो महा षष्ठी कह सकते हैं.
Subho Sasthi 2023 Wishes in Hindi: मां दुर्गा (Maa Durga) की भक्ति और उपासना के पावन पर्व शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) की शुरुआत इस साल 15 अक्टूबर 2023 से हुई है और इसका समापन 24 अक्टूबर को विजयादशमी (Vijayadashami) यानी दशहरा (Dussehra) के त्योहार के साथ होगा. एक तरफ जहां शारदीय नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की उपासना की जाती है तो वहीं इस दिन से पांच दिवसीय दुर्गा पूजा (Durga Puja) की भव्य शुरुआत होती है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और त्रिपुरा जैसे राज्यों में दुर्गा पूजा यानी दुर्गा पूजो के पर्व को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल दुर्गा पूजा की शुरुआत 20 अक्टूबर 2023 से हो रही है और 24 अक्टूबर को विजयादशमी मनाई जाएगी. ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा महालया यानी सर्वपितृ अमावस्या के दिन कैलाश से धरती पर आती हैं और 9 दिनों तक भक्तों के बीच रहकर उनकी मनोकामनाएं पूरी करती हैं, फिर विजयादशमी के दिन कैलाश के लिए प्रस्थान करती हैं.
महालया के छह दिन बाद यानी अश्विन शुक्ल षष्ठी से दुर्गा पूजा का शानदार आगाज होता है. शारदीय नवरात्रि की महा षष्ठी तिथि बंगाली समुदाय के लिए बेहद खास होती है, इसलिए इस दिन लोग महा षष्ठी के शुभकामना संदेशों के जरिए एक-दूसरे को बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर मां दुर्गा के इन मनमोहक विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स के जरिए शुभो महा षष्ठी कह सकते हैं.
1- महा षष्ठी 2023
2- महा षष्ठी की शुभकामनाएं
3- शुभो महा षष्ठी
4- महा षष्ठी की ढेरों बधाई
5- हैप्पी महा षष्ठी
पश्चिम बंगाल के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में बंगाली समुदाय के द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है. षष्ठी तिथि के दिन ढाक-ढोल और स्वादिष्ट पकवानों के साथ मां दुर्गा का स्वागत किया जाता है. पंचमी को देवी का आह्वान करने के बाद महा षष्ठी को मां दुर्गा की प्रतिमा का अनावरण किया जाता है. महा षष्ठी से लेकर दशमी तिथि तक मां दुर्गा की विधि-विधान से उपासना की जाती है, फिर विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन कर उन्हें विदाई दी जाती है.