Kartik Purnima 2020 Greetings: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों को भेजें ये मनमोहक हिंदी WhatsApp Stickers, GIF Images, Photo Wishes और वॉलपेपर्स
कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा और त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन सभी देवता देव दीपावली का पर्व मनाते हैं. इस अवसर पर अगर आप अपनों को शुभकामनाएं देने के लिए शुभकामना संदेशों की तलाश कर रहे हैं तो आप इन मनमोहक हिंदी ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ इमेजेस, फोटो विशेज, वॉलपेपर्स के जरिए अपने प्रियजनों को हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा कह सकते हैं.
Kartik Purnima 2020 Greetings in Hindi: हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के दिन गंगा स्नान (Ganga Snan) और दान-पुण्य का विशेष महत्व बताया गया है. इस साल कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 30 नवंबर 2020 को मनाया जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन पतित पावनी गंगा या फिर किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को समस्त पापों से छुटकारा मिलता है और पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद गरीबों को दान देने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है और अगर आप राशि के अनुसार दान करते हैं तो इससे कुंडली के कमजोर ग्रह मजबूत होते हैं. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा की रात में भगवान शिव (Lord Shiva) की नगरी काशी (Kashi) में देव दीपावली (Dev Deepawali) का पर्व मनाने के लिए देवता गण स्वर्ग से धरती पर आते हैं.
कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा और त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन सभी देवता देव दीपावली का पर्व मनाते हैं. इस अवसर पर अगर आप अपनों को शुभकामनाएं देने के लिए शुभकामना संदेशों की तलाश कर रहे हैं तो आप इन मनमोहक हिंदी ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ इमेजेस, फोटो विशेज, वॉलपेपर्स के जरिए अपने प्रियजनों को हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा कह सकते हैं.
1- हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा
2- हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा
3- हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा
4- हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा
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5- हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा
कार्तिक पूर्णिमा से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरारी का अवतार लेकर त्रिपुरासुर नाम के असुर भाइयों की तिकड़ी का संहार किया था, इसलिए इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहा जाता है. त्रिपुरासुर का वध होने की खुशी में देवताओं ने इस दिन देव दिवाली मनाई थी और परंपरा सदियों से चली आ रही है. इस दिन दीप दान करने से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.