Kaanum Pongal 2024 Greetings: कानुम पोंगल की इन मनमोहक WhatsApp Wishes, GIF Images, HD Wallpapers और Photo SMS के जरिए दें शुभकामनाएं

दक्षिण भारतीय राज्यों में कानुम या कन्नुम पोंगल को तिरुवल्लुर दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है, जिसे ऐतिहासिक लेखक, कवि और दार्शनिक तिरुवल्लुवर की याद में मनाया जाता है. पोंगल के आखिरी दिन आप इन मनमोहक ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए कानुम पोंगल की अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.

कानुम पोंगल 2024 (Photo Credits: File Image)

Kaanum Pongal 2024 Greetings in Hindi: चार दिवसीय पोंगल (Pongal) उत्सव के चौथे यानी आखिरी दिन कानुम पोंगल (Kaanum Pongal) मनाया जाता है, जिसे कन्नुम पोंगल (Kanum Pongal) भी कहा जाता है. आज (18 जनवरी 2024) कानम पोंगल को धूमधाम से मनाया जा रहा है. वैसे तो इस पर्व को तमिलनाडु (Tamil Nadu) में पूरे जोश और उत्साह से मनाया जाता है, लेकिन इसे आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और कर्नाटक (Karnataka) जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. तमिल कैलेंडर के थाई महीने में फसलों के प्रमुख पर्व पोंगल को सेलिब्रेट किया जाता है. पोंगल के इस आखिरी पर्व के दिन किसान अच्छी फसल के लिए ईश्वर का धन्यवाद करते हैं. कन्नुम शब्द का अर्थ है यात्रा करना, इसलिए इस दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार वालों से मिलने के लिए जाते हैं.

दक्षिण भारतीय राज्यों में कानुम या कन्नुम पोंगल को तिरुवल्लुर दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है, जिसे ऐतिहासिक लेखक, कवि और दार्शनिक तिरुवल्लुवर की याद में मनाया जाता है. पोंगल के आखिरी दिन आप इन मनमोहक ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए कानुम पोंगल की अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- कानुम पोंगल की शुभकामनाएं

कानुम पोंगल 2024 (Photo Credits: File Image)

2- कानुम पोंगल की हार्दिक बधाई

कानुम पोंगल 2024 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी कानुम पोंगल

कानुम पोंगल 2024 (Photo Credits: File Image)

4- कानुम पोंगल 2024

कानुम पोंगल 2024 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ कानुम पोंगल

कानुम पोंगल 2024 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि पोंगल के आखिरी दिन यानी कानुम पोंगल के दिन तमिलनाडु के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसान 7 कुंवारी देवी का पूजन करते हैं, जिन्हें सप्त कनिमार कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन सात कुंवारी देवी की पूजा करने से किसानों की कृषि भूमि को आशीर्वाद मिलता है. इस दिन सात अविवाहित कन्याओं को सप्त कनिमार के तौर पर सम्मानित कर उन्हें कपड़े और आभूषण दिए जाते हैं. इसके साथ ही इस दिन लोग अपने परिवार के साथ स्वादिष्ट पकवानों का लुत्फ उठाते हैं.

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