International Labour Day 2025 Messages: अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस की इन हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings के जरिए दें बधाई
श्रमिक दिवस 2025 (Photo Credits: File Image)

International Labour Day 2025 Messages In Hindi: दुनिया भर के मजदूरों और श्रमिकों के लिए 1 मई का दिन बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन मजदूरों और श्रमिकों के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए देश के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया जाता है. दरअसल, हर साल 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labour Day) मनाया जाता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस (International Workers Day), लेबर डे (Labour Day) या मई दिवस (May Day) के तौर पर भी जाना जाता है. इस दिन मजदूरों का सम्मान करने के साथ ही उनके अधिकारों के प्रति आवाज बुलंद की जाती है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि किसी भी देश के विकास में मजदूरों और श्रमिकों की अहम भूमिका होती है, क्योंकि हर कार्य क्षेत्र में मजदूरों का महत्वपूर्ण योगदान होता है. पहली बार 1 मई 1889 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया था.

मजदूरों के आंदोलनों को देखते हुए भारत के चेन्नई में 1 मई 1923 को पहली बार मजदूर दिवस मनाया गया था. हमारे देश में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान की अध्यक्षता में इस दिवस को मनाने की घोषणा की गई थी, जिसे कई संगठनों और सोशल पार्टी का समर्थन मिला था. अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स के जरिए इसकी बधाई दे सकते हैं.

1- उनकी गैर-मौजूदगी में मंजिल हमेशा दूर है,
जो आपके ख्वाबों को पूरा करता है वो मजदूर है.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई

श्रमिक दिवस 2025 (Photo Credits: File Image)

2- अगर इस जहान में मजदूर का न होता नामो निशान,
तो फिर न बनता हवा महल और न होता ताज महल.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई

श्रमिक दिवस 2025 (Photo Credits: File Image)

3- मेहनत उसकी लाठी है,
मजबूती उसकी काठी है,
विकास की वो नींव है,
उसका जीवन सीख है.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई

श्रमिक दिवस 2025 (Photo Credits: File Image)

4- अमीरी में अक्सर अमीर,
अपने सुकून को खोता है,
मजदूर खा के सूखी रोटी,
बड़े आराम से सोता है.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई

श्रमिक दिवस 2025 (Photo Credits: File Image)

5- मैं मजदूर हूं मजबूर नहीं,
यह कहने में मुझे शर्म नहीं,
अपने पसीने की खाता हूं,
मैं मिटटी को सोना बनाता हूं.
श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई

श्रमिक दिवस 2025 (Photo Credits: File Image)

ज्ञात हो कि सन 1886 में अमेरिका के शिकागों में अपने अधिकारों के लिए मजदूरों और श्रमिकों ने हड़ताल किया था, क्योंकि उस दौरान उन्हें 15 घंटे तक काम करना पड़ता था और उन्हें वेतन भी काफी कम मिलता था. इसी के विरोध में मजदूरों ने हड़ताल किया, लेकिन तभी उन पर पुलिस वालों ने गोलियां बरसा दीं, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई और सैकड़ों श्रमिक घायल हो गए थे. इस दर्दनाक घटना के तीन साल बाद 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की बैठक में मजदूरों के काम करने के घंटों को कम करके 8 घंटे करने का फैसला किया गया और 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने का फैसला किया गया.

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