Choti Diwali 2023 Messages in Hindi: अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत के पांच दिवसीय दिवाली उत्सव का हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है. इस साल दिवाली उत्सव की शानदार शुरुआत 10 नवंबर 2023 से धनतेरस के साथ हो गई है और आज (11 नवंबर 2023) छोटी दिवाली मनाई जा रही है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाए जाने वाले इस पर्व को नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi), काली चौदस (Kaali Chaudas), रूप चौदस (RoopChaudas) और भूत चतुर्दशी (Bhoot Chaturdashi) जैसे विभिन्न नामों से भी जाना जाता है. छोटी दिवाली की मधयरात्रि में मां काली की उपासना की जाती है, इसलिए इसे काली चौदस के नाम से जाना जाता है. इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नाम के असुर का संहार किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है. इस दिन सूर्योदय से पहले पूरे शरीर पर तेल और उबटन लगाकर स्नान करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है, इसलिए इसे रूप चौदस भी कहा जाता है.
छोटी दिवाली को सेलिब्रेट करने के लिए घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है. घर-आंगन को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है और दीयों की रोशनी से रोशन किया जाता है. इसके साथ ही इस पर्व की लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी इन शानदार हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स और एचडी इमेजेस को भेजकर प्रियजनों से हैप्पी दिवाली कह सकते हैं.
1- दीयों के संग खुशियों के रंग,
हो जाएं मलंग लेकर नई उमंग.
हैप्पी छोटी दिवाली
2- ये दिवाली आपके जीवन में,
खुशियों की बरसात लाए,
धन और शोहरत की बारिश करे,
परेशानियां आपसे आंखें चुराए.
हैप्पी छोटी दिवाली
3- आने वाली है खुशियां ढेर सारी,
मुबारक हो आपको,
दीपावली से पहले,
छोटी दिवाली सुहानी.
हैप्पी छोटी दिवाली
4- दीपक का प्रकाश हर पल आपको,
जीवन में एक नई रोशनी दे,
छोटी दिवाली के अवसर पर,
बस यही शुभकामना है हमारी.
हैप्पी छोटी दिवाली
5- छोटी दिवाली के इस पावन अवसर पर,
आप सभी की मनोकामनाएं पूर्ण हो,
खुशियां आपके कदम चूमे,
छोटी दिवाली पर यही है हमारी कामना.
हैप्पी छोटी दिवाली
गौरतलब है कि पांच दिवसीय दिवाली के मुख्य पर्व दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन से एक दिन पहले मनाए जाने वाले इस पर्व के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा और उनके निमित्त दीप दान करने का विधान है. छोटी दिवाली की शाम को एक दीपक जलाकर घर का कोई बड़ा सदस्य पूरे घर में घूमाता है और घर से दूर उस दीये को रखकर आता है. इस दीपक को यम का दीपक कहते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन यमराज के निमित्त दीपदान करने से अकाल मृत्यु और यम यातना का भय दूर होता है.