Chitragupta Puja 2022 Messages in Hindi: पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का समापन भाई दूज (Bhai Dooj) वाले दिन होता है और इसी दिन यम द्वितीया (Yama Dwitiya) और चित्रगुप्त पूजा (Chitragupta Puja) का त्योहार भी मनाया जाता है. इस साल चित्रगुप्त पूजा का पर्व 26 अक्टूबर 2022 को मनाया जा रहा है, जबकि हिंदू पंचांग के अनुसार, इसे हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, चित्रगुप्त जी (Bhagwan Chitragupta) सभी प्राणियों के कर्मों का लेखा-जोखा रखने का कार्य करते हैं, इसलिए उनका मुख्य कार्य लेखनी से जोड़कर देखा जाता है. यही वजह है कि इस दिन चित्रगुप्त जी के प्रतिरूप के तौर पर कलम या लेखनी का पूजन किया जाता है. मान्यता है कि उनके पूजन से बुद्धि, वाणी और लेखनी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
चित्रगुप्त पूजा का दिन व्यापारी वर्ग के लिए लोगों के बेहद खास होता है, क्योंकि इस दिन वो नए बहीखातों पर श्री लिखकर कार्य आरंभ करते हैं. इसके साथ ही सभी आय-व्यय का ब्योरा भी चित्रगुप्त जी के सामने रखा जाता है. चित्रगुप्त पूजा का कायस्थ समाज के लोग चित्रगुप्त जयंती के रूप में मनाते हैं, ऐसे में आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स के जरिए अपनों को चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- चित्रगुप्त पूजा के इस खास अवसर पर,
आपको और आपके पूरे परिवार को,
बुद्धि, विद्या और लेखन का आशीर्वाद मिले,
देवताओं के लेखपाल आप पर सदा मेहरबान रहें.
चित्रगुप्त पूजा की हार्दिक बधाई
2- आपके परिवार में सुख-समृद्धि का वास हो,
आप और आपका परिवार स्वस्थ व सेहतमंद हो.
चित्रगुप्त पूजा की हार्दिक बधाई
3- मसिभाजनसंयुक्तं ध्यायेत्तं च महाबलम्।
लेखिनीपट्टिकाहस्तं चित्रगुप्तं नमाम्यहम्।।
चित्रगुप्त पूजा की हार्दिक बधाई
4- एक दो तीन चार,
चित्रगुप्त महाराज की जय-जयकार.
चित्रगुप्त पूजा की हार्दिक बधाई
5- आप पर भगवान चित्रगुप्त का आशीर्वाद रहे,
आप जहां भी रहें, वहां पर आबाद रहें,
सुख-समृद्धि मिले और आप सेहतमंद रहें.
चित्रगुप्त पूजा की हार्दिक बधाई
चित्रगुप्त पूजा के दिन एक चौकी पर उनकी प्रतिमा स्थापित करके उन्हें रोली, अक्षत, फूल, मिठाई, फल आदि अर्पित करें. इसके बाद अपने सभी पुराने काम और बही-खातों का ब्योरा चित्रगुप्त जी की प्रतिमा के सामने रखें. इसके बाद एक सफेद कागज पर 'श्री गणेशाय नम:' और 11 बार 'ओम् चित्रगुप्ताय नम:' लिखें और उनसे विद्या, बुद्धि व तरक्की के लिए प्रार्थना करें. इस दिन शुभ मुहूर्त में अपने नए बहीखातों की पूजा करें. गौरतलब है कि चित्रगुप्त पूजन को 'दवात पूजन' के नाम से भी जाना जाता है.