Chitragupta Puja 2020 Greetings: चित्रगुप्त पूजा के शुभ अवसर पर इन हिंदी GIF Images, HD Photos, WhatsApp Wishes, Wallpapers को भेजकर अपनों को दें शुभकामनाएं
कायस्थ समाज के लोग धूमधाम से चित्रगुप्त पूजा का उत्सव मनाते हैं. इस दिन कलम और दवात की पूजा की जाती है. इस पावन अवसर पर अगर आप अपने दोस्तों-प्रियजनों को बधाई देंगे तो यकीनन इसका आनंद दोगुना हो जाएगा, इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं हिंदी ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, एचडी फोटोज, वॉट्सऐप विशेज, वॉलपेपर्स, जिन्हें भेजकर आप अपनों को चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Chitragupta Puja 2020 Greetings in Hindi: आज (16 नवंबर 2020) देशभर में भाई-बहन के स्नेह का पर्व भाई दूज (Bhai Dooj) मनाया जा रहा है. इसके साथ ही इस दिन यमराज (Yamraj) के सहायक चित्रगुप्त जी की पूजा (Chitragupta Puja) का त्योहार भी मनाया जा रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा का पर्व मनाया जाता है. भगवान चित्रगुप्त (Bhagwan Chitragupta) को मृत्यु के देवता यमराज (Yamraj) का सहायक और भगवान ब्रह्मा का मानस पुत्र कहा जाता है. माना जाता है कि उनकी उत्पत्ति भगवान ब्रह्मा की काया से हुई थी, इसलिए उन्हें कायस्थ भी कहा जाता है. वे इस संसार के सभी प्राणियों के पाप और पुण्यकर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं. इतना ही नहीं वे इंसान का भाग्य लिखने का भी काम करते हैं.
कायस्थ समाज के लोग धूमधाम से चित्रगुप्त पूजा का उत्सव मनाते हैं. इस दिन कलम और दवात की पूजा की जाती है. इस पावन अवसर पर अगर आप अपने दोस्तों-प्रियजनों को बधाई देंगे तो यकीनन इसका आनंद दोगुना हो जाएगा, इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं हिंदी ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, एचडी फोटोज, वॉट्सऐप विशेज, वॉलपेपर्स, जिन्हें भेजकर आप अपनों को चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- चित्रगुप्त पूजा 2020
2- चित्रगुप्त पूजा 2020
3- चित्रगुप्त पूजा 2020
4- चित्रगुप्त पूजा 2020
5- चित्रगुप्त पूजा 2020
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के देवता यमराज संसार के सभी प्राणियों को उनके कर्मों के अनुसार दंड देते हैं, इसलिए उन्हें धर्मराज भी कहा जाता है. कहा जाता हि उन्होंने ब्रह्मा जी से कहा था कि इतनी बड़ी सृष्टि के प्राणियों की सजा का काम देखने के लिए उन्हें एक सहायक की आवश्यकता है, जो धार्मिक न्यायाधीश, बुद्धिमान, शीघ्र काम करने वाला, लेखन कार्य में दक्ष, तपस्वी, ब्रह्मनिष्ठ और वेदों का ज्ञाता होना हो. यमराज के कहने पर भगवान ब्रह्मा ने उनकी सहायता के लिए अपनी काया से चित्रगुप्त को उत्पन्न किया और ब्रह्मा जी के मानस पुत्र चित्रगुप्त यमराज के सहायक बने.