Bali Pratipada 2023 Wishes & Images: बलि प्रतिपदा की इन शानदार HD Wallpapers, GIF Greetings, WhatsApp Status, Photo SMS के जरिए दें शुभकामनाएं
दीपावली के अगले दिन यानी कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन बलि प्रतिपदा का पर्व मनाया जाता है. इस दिन श्रीहरि के वामन अवतार और असुर राजा बलि की उपासना की जाती है. इस अवसर पर कई लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. ऐसे में आप इस अवसर पर इन शानदार विशेज, इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टेटस और फोटो एसएमएस के जरिए बलि प्रतिपदा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Bali Pratipada 2023 Wishes & Images: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को बलि प्रतिपदा या बलि पूजा का पर्व मनाया जाता है, जबकि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह पर्व आज (14 नवंबर 2023) मनाया जा रहा है. दरअसल, पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार दीपावली (Deepawali) यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन कई जगहों पर इस दिन बलि प्रतिपदा (Bali Pratipada) यानी बलि पड़वा (Bali Padva) मनाई जाती है. बलि प्रतिपदा के पर्व को भगवान विष्णु के वामन अवतार (Vaman Avataar) की राजा बलि पर विजय और राजा बलि (Raja Bali) के पृथ्वी पर आने की खुशी के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन असुर राजा बलि का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा-अर्चना की जाती है.
हर साल दीपावली के अगले दिन यानी कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन बलि प्रतिपदा का पर्व मनाया जाता है. इस दिन श्रीहरि के वामन अवतार और असुर राजा बलि की उपासना की जाती है. इस अवसर पर कई लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. ऐसे में आप इस अवसर पर इन शानदार विशेज, इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टेटस और फोटो एसएमएस के जरिए बलि प्रतिपदा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- बलि प्रतिपदा की शुभकामनाएं
2- बलि प्रतिपदा की हार्दिक बधाई
3- बलि प्रतिपदा 2023
4- शुभ बलि प्रतिपदा
5- हैप्पी बलि प्रतिपदा
बलि प्रतिपदा से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, श्रीहरि ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी थी, जिसके बाद उन्होंने दो पग में पूरा ब्रह्मांड और पृथ्वी को माप लिया था, फिर जब उन्होंने पूछा कि अब वो अपना तीसरा पग कहां रखें तो राजा बलि ने अपना शीश उनके चरणों में झुका दिया. जैसे ही वानम भगवान ने अपना पग बलि के सिर पर रखा वो सीधे पाताल जा पहुंचे. हालांकि राजा बलि से श्रीहरि के वामन अवतार काफी प्रसन्न हुए थे, इसलिए उन्होंने राजा बलि को साल में एक बार तीन दिनों के लिए पृथ्वी पर आने की अनुमति प्रदान की. यही वजह है कि उनके पृथ्वी पर आने की खुशी में दीपावली के अगले दिन बलि प्रतिपदा का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है.