West Bengal: बंगाल में खूनी खेल पर आरएसएस गंभीर, केंद्र से सख्त कदम उठाने की अपील
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली, 7 मई : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद भाजपा कार्यकतार्ओं पर हो रहे हमले और हत्या की घटनाओं पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) ने गंभीर रुख अपनाया है. आरएसएस ने केंद्र सरकार (Central Government) से बंगाल में शांति कायम करने के लिए हर संभव कदम उठाने की अपील की है. संघ ने कहा है कि चुनाव परिणाम के तुरंत बाद अनियंत्रित तरीके से हुई राज्यव्यापी हिंसा न केवल निंदनीय है, बल्कि पूर्व नियोजित भी है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शुक्रवार को कहा, हम केंद्र सरकार से भी आग्रह करते है कि वह बंगाल में शांति कायम करने हेतु आवश्यक हर सम्भव कदम उठाए एवं यह सुनिश्चित करे कि राज्य सरकार भी इसी दिशा में कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि बंगाल में समाज विरोधी शक्तियों ने महिलाओं के साथ बर्बर व्यवहार किया, निर्दोष लोगों की हत्याएं कीं, घरों को जलाया, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों-दुकानों को लूटा एवं हिंसा के फलस्वरूप अनुसूचित जाति-जनजाति समाज के बंधुओं सहित हजारों लोग अपने घरों से बेघर होकर प्राण-मान रक्षा के लिए सुरक्षित स्थानों पर शरण के लिए मजबूर हुए हैं. कूच-बिहार से लेकर सुंदरबन तक सर्वत्र जन सामान्य में भय का वातावरण बना हुआ है. यह भी पढ़ें : Puducherry: एन रंगास्वामी पुडुचेरी के चौथी बार सीएम पद की ली शपथ, पीएम मोदी ने दी बधाई

उन्होंने कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस वीभत्स हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा करता है. हमारा यह मत है कि चुनाव-परिणामों के पश्चात अनियंत्रित चल रही हिंसा भारत की सह-अस्तित्व और सबके मतों का सम्मान करने की परंपरा के साथ-साथ भारतीय संविधान में अंकित एक जन और लोकतंत्र की मूल भावना के भी विपरीत है. उन्होंने कहा कि इस पाशविक हिंसा का सर्वाधिक दुखद पक्ष यह है कि शासन और प्रशासन की भूमिका केवल मूक दर्शक की ही दिखाई दे रही है. दंगाइयों को न ही कोई डर दिखाई दे रहा है और न ही शासन-प्रशासन की ओर से नियंत्रण की कोई प्रभावी पहल दिखाई दे रही है. यह भी पढ़ें : Kerala: बाइक पर अस्पताल ले गए कोविड मरीज, जांच के आदेश

उन्होंने कहा, हम नव निर्वाचित सरकार से यह आग्रह करते हैं कि उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य में चल रही हिंसा को तुरंत समाप्त कर कानून का शासन स्थापित करना, दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करना, हिंसा-पीड़ितों के मन में विश्वास और सुरक्षा का भाव पैदा कर पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए. हम केंद्र सरकार से भी आग्रह करते है कि वह बंगाल में शान्ति कायम करने के लिए आवश्यक हर सम्भव कदम उठाए एवं यह सुनिश्चित करे कि राज्य सरकार भी इसी दिशा में कार्रवाई करे.