नई दिल्ली, 28 मार्च : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने टिकट कटने के बाद गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को पत्र लिखकर आम आदमी की आवाज को उठाते रहने की बात कही है. वरुण गांधी ने अपने इस पत्र को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है.
उन्होंने पीलीभीत वासियों को प्रणाम कहते हुए लिखा है, "एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता. सांसद के रूप में नहीं, तो बेटे के तौर पर सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे आपके लिये हमेशा पहले जैसे ही खुले रहेंगे. मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदैव यह कार्य करता रहूं, भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े. मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है, जो किसी राजनीतिक गुणा- भाग से बहुत ऊपर है. मैं आपका था, हूं और रहूंगा." यह भी पढ़ें : US Shocking: शराब और वेप्स का लालच देकर फीमेल टीचर ने किया गंदा काम, 12 स्टूडेंट्स से बनाए यौन संबंध
अपने पत्र में पीलीभीत के साथ अपने पुराने रिश्तों को याद करते हुए वरुण गांधी ने लिखा, "पीलीभीत वासियों को मेरा प्रणाम ! आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं, तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है. मुझे वो 3 साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है जो अपनी मां की उंगली पकड़ कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था, उसे कहां पता था एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे. मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला. महज एक सांसद के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर भी मेरी परवरिश और मेरे विकास में पीलीभीत से मिले आदर्श, सरलता और सहृदयता का बहुत बड़ा योगदान है. आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई."
आपको बता दें कि भाजपा ने इस बार उत्तर प्रदेश के पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से वरुण गांधी की बजाय उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि पार्टी ने उनकी मां और वर्तमान सांसद मेनका गांधी को फिर से उत्तर प्रदेश के;;.सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र से ही उम्मीदवार घोषित किया है