देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार दूरस्थ पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के प्रयासों में लगी है. दुर्गम इलाकों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संघर्ष न करना पड़े इसके लिए धामी सरकार कई पहलुओं पर काम कर रही है. इसी कड़ी में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल की है. इसके तहत दुर्गम पहाड़ी इलाकों में रहने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को 15 अक्टूबर तक डिलीवरी की संभावित डेट से एक हफ्ते पहले ही अस्पतालों में भर्ती करा दिया जाएगा, जिससे डिलीवरी के दौरान उनको बेहतर चिकित्सकीय सेवाएं मुहैया कराई जा सके. जिन स्थानों तक संभव होगा वहां से गर्भवती महिलाओं को एम्बुलेंस के जरिए नहीं तो हेली एम्बुलेंस के जरिए एयर लिफ्ट कराया जाएगा. Uttarakhand: धामी सरकार ला रही है रोजगार के अपार अवसर, युवकों के साथ महिलाओं के सपनों को भी मिलेगी उड़ान.
दरअसल पहाड़ी इलाकों में मानसून सीजन में अक्सर बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन और रास्ते बंद हो जाते हैं ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मरीजों को समय से अस्पताल पहुंचने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है कई बार वे इस कोशिश में असफल भी हो जाते हैं. गर्भवती महिलाओं को भी इसी परेशानी से गुजरना पड़ता है.
इसी समस्या को दूर करने के लिए पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) की सरकार ने नई पहल की है. इसके तहत 15 अक्टूबर तक ऐसे इलाकों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को एक हफ्ते पहले ही अस्तपाल में भर्ती करा दिया जाएगा, ताकि उन्हें सही समय पर सही इलाज मिल सके.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा, 'हम गर्भवती महिलाओं को उनकी डिलीवरी से लगभग 1 सप्ताह पूर्व किसी धर्मशाला या होटल में ठहराने की व्यवस्था करेंगे ताकि पहले से ही हम उन महिलाओं के लिए अच्छी व्यवस्था कर सकें, ताकि आखिरी वक्त पर गर्भवती महिला को खराब सड़कों से न जाना पड़े और जच्चा बच्चा दोनों को ही स्वस्थ रहें.'