कोरोना वायरस को जड़ से मिटाने के लिए योगी सरकार का एक्शन प्लान, 15 जिलों के हॉटस्पॉट पूरी तरह से सील, घर-घर होगी जांच
सीएम योगी आदित्यनाथ (Photo Credits-PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इस जानलेवा वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार को 326 के पार हो गई. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार ने सूबे के 15 जिलों के हॉटस्पॉट (वायरस का प्रसार करने वाली जगह) को पूरी तरह से सील करने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने यह कदम कोरोना को तीसरे चरण यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज में जाने से रोकने के लिए उठाया है.

मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए राज्य के 15 जिलों- आगरा, गाजियाबाद, गौतम बौद्ध नगर, बस्ती, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, शामली, बुलंदशहर, सीतापुर, महराजगंज, मेरठ, बरेली, फिरोजाबाद, सहारनपुर के हॉटस्पॉट को पूरी तरह से सील किया जाएगा. वर्तमान में राज्य के लगभग 37 जिलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं. जबकि सील होने वाले 15 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक है. कोरोना से निपटने के लिए योगी सरकार ने बनाया बड़ा प्लान

राज्य सरकार आज आधी रात को इस संबंध में आदेश जारी कर सकती है. इसके तहत राज्य के 15 जिलों के उन जगहों को 13 अप्रैल तक सील किया जाएगा जहां से जानलेवा वायरस फैलने की संभावना है. इस दौरान कोविड-19 (COVID-19) के प्रसार को रोकने के लिए और अधिक कड़ाई बरती जाएगी. जबकि अधिकारी लोगों का परीक्षण करने के लिए घर-घर जाएंगे. सभी इलाकों को सेनेटाईज किया जाएगा. साथ ही लोगों को उनके घर पर आवश्यक सुविधाएं पहुंचाई जाएगी. कोरोना संकट के बीच राहतभरी खबर, जानलेवा वायरस के हवा से फैलने के सबूत नहीं

इससे पहले योगी सरकार ने कोरोना के मरीजों के लिए चिकित्सा सुविधाओं का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए रोगियों की पूलिंग करने की योजना बनाई है. इसके तहत जिन जिलों में रोगियों की संख्या तीन या चार है, उन सभी को बेहतर इलाज के लिए एक हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाएगा. ऐसा करने से एक हॉस्पिटल केवल तीन या चार रोगियों के कारण प्रभावित नहीं होगी. साथ ही राज्य के 18 मंडल मुख्यालयों में से प्रत्येक में कोविड-19 टेस्ट शुरू किया जाएगा. जबकि राज्य में लैब की संख्या भी भधाई जाएगी और अस्पतालों को अपग्रेड किया जाएगा.