लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की योगी सरकार की मुहिम रंग ला रही है. आत्मनिर्भर अभियान के तहत तकनीकी संस्थानों से जुड़े छात्रों के नवाचारों को कंपनियों ने उत्पाद का रूप देना शुरू कर दिया है. एकेटीयू के कई छात्रों के नवाचार को उत्पाद की शक्ल में कंपनियां बाजार में उतारने जा रही है. बाजार में आने के बाद कंपनियों की ओर से छात्रों को भी इसका शेयर दिया जाएगा. योगी सरकार ने 4 साल में किसानों को 61 हजार करोड़ का किया भुगतान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की अगुवाई वाली प्रदेश सरकार के आत्मनिर्भर अभियान में प्राविधिक विश्वविद्यालय अहम कड़ी साबित हो रहा है. आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत यहां पर छात्रों के बीच प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जा रहा है. इसमें छात्र अपने सुझाव व उससे जुड़े प्रोटोटाइप प्रस्तुत करते हैं. अब तक एक दर्जन से अधिक छात्रों के बनाए गए प्रोटोटाइप बिजनेस मॉडल का आकार ले चुके हैं. आत्मनिर्भर अभियान को और सशक्त बनाने के लिए शासन ने प्रदेश के सात तकनीकी संस्थानों में इनक्यूबेटर खोले जाने के निर्देश दिए हैं. इसमें लखनऊ का महाराणा प्रताप प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय भी शामिल है.
छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार की पहल रंग ला रही है. खासकर छात्रों को नवाचार के प्रति जागरूक किया जा रहा है. नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए एकेटीयू की ओर से हर साल कलाम इनोवेशन एंड स्टार्टअप सेंटर की स्थापना की गई है. इस सेंटर के जरिए छात्रों से इनोवेशन से जुड़े हुए आइडियाज मांगे जाते हैं. तीन साल में 2700 से अधिक आइडियाज सेंटर को मिल चुके हैं. इसमें छात्रों के 68 आइडियाज को चुना गया है. जिनको अपने नवाचार का प्रोटोटाइप बनाने के लिए एकेटीयू की ओर से 12 हजार रुपए की धनराशि भी दी गई है.
बिजनौर के वीरा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट के छात्र शुभम कुमार ने किसानों को राहत देने के लिए व्हील स्प्रे पंप मशीन बनाई है. गतिज उर्जा पर आधारित इस मशीन के जरिए किसान समय व मेहनत की बचत करते हुए खेत में फर्टीलाइजर व पेस्टीसाइड छिड़क सकते हैं. छात्र के इस आइडिया को एक कंपनी ने ले लिया है. जो इस मशीन को डिजाइन देकर बाजार में उतारेगी.
वहीं, ग्रेटर नोएडा के द्रोणाचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन के छात्र शिवम यादव ने आर्टिफिशल इंटीलिजेंस की मदद से स्मार्ट हेलमेट का निर्माण किया है. जिसमें सेंसर लगे हुए हैं. जीपीएस युक्त इस हेलमेट की विशेषता यह है कि किसी भी तरह का हादसा होने पर यह हेलमेट फौरन नजदीक के पुलिस स्टेशन, अस्पताल और परिवार के सदस्यों को मैसेज भेज देगा. छात्र के आइडिया पर एक कंपनी उसका उत्पादन करने जा रही है.