नई दिल्ली, 13 मार्च : आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्डा पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जो भरोसा जताया, वे उस पर 100 प्रतिशत खरे उतरे. इसके बाद नतीजा पूरी दुनिया देख रही है. राघव चड्ढा ने चाणक्य की भूमिका अदा की है. राघव चड्ढा का पार्टी में कद और बढ़ गया है. चड्ढा आप के वह नेता हैं, जिनके ऊपर इस बार पंजाब चुनाव को लेकर बड़ी जिम्मेदारी थी. पार्टी संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चड्ढा पर भरोसा व्यक्त किया था और चड्ढा को 2020 में पार्टी की ओर से पंजाब प्रदेश का सह-प्रभारी बनाया था. सह-प्रभारी बनने के बाद से चड्ढा पूरी तरह से पंजाब को समय दे रहे थे. लगातार वहां के रेत खनन जैसे मुद्दे उठा रहे थे.
राघव चड्ढा आप के शुरूआती दिनों से केजरीवाल के साथ रहे और उन्होंने लोकपाल बिल ड्राफ्ट करने में अहम भूमिका निभाई थी. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट चड्ढा पार्टी के सबसे युवा प्रवक्ता हैं और आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं. उन्होंने पार्टी के टिकट से दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और दूसरे नंबर पर रहे थे. इसके बाद 2020 में राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की. वर्तमान में वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं.
सवाल- क्या आपको अंदाजा था कि पंजाब में ऐसे नतीजे सामने आने वाले हैं?
जवाब- मुझे पहले दिन से पता था कि पंजाब में परिवर्तन के लिए जनता वोट करने जा रही है. पहले हमने चीजों का दावा इसलिए नहीं किया क्योंकि यह हमारा घमंड माना जाता. हमने एक सर्टिफिकेट कैम्पेन चलाया और जीत हासिल हुई. इस चुनाव को हमने धर्म और अधर्म के बीच युद्ध के तौर देखा है. जिसमें अधर्म की और नफरत की हार हुई.
सवाल-आपका कितना योगदान रहा पंजाब की जीत में, क्या आप ही जीत के पीछे के चाणक्य हैं?
जवाब- यह पंजाब की जनता की जीत है परमात्मा की मेहर है जिन्होंने हम बच्चों के सर पर हाथ रखा. हम बहुत ही सामान्य परिवार से आते हैं. पंजाब में पार्टी के कार्यकर्ताओं की जीत है. कांग्रेस, बीजेपी अकाली दल के नेताओं ने मिलकर हमारे खिलाफ बहुत भड़काऊ बयान दिया. यहां तक कि केजरीवाल को आतंकवादी भी कहा गया. मुझे गोरा अंग्रेज कहा गया और केजरीवाल को काला अंग्रेज कहा गया. भगवंत मान का अपमान किया गया लेकिन हमने केवल सकारात्मक प्रचार पर ही फोकस रखा. ये धर्म जीत है हमने पंजाब की जनता को झाड़ू चलाने को कहा था. जनता ने झाड़ू के साथ-साथ वैक्यूम क्लीनर भी चला दिया.
सवाल- क्या भगवंत मान सीएम पद के लिए सही उम्मीदवार हैं.
जवाब- भगवंत मान योग्य व्यक्ति हैं. वो एक बेहतरीन प्रशासक और सीएम साबित होंगे. मैं उन्हें बहुत पहले से जानता हूं. साल 2014 में जब पहली बार वे सांसद बने थे. तो मैं उनके संसदीय सचिव के तौर पर भी काम कर चुका हूं इसलिए उन्हें निजी तौर पर जानता हूं. संसद के टॉप परफॉर्मर सांसद रह चुके हैं. यह भी पढ़ें : UP Election Result: विपक्ष को मजबूत करने में जुटे अखिलेश यादव, चाचा शिवपाल को दे सकते हैं बड़ी जिम्मेदारी
सवाल-क्या सीएम बनने के बाद भगवंत मान प्रदेश के लिए खुद फैसला लेंगे या उन पर आलाकमान का नेतृत्व होगा.
जवाब- ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है. पंजाब के लोगों ने उनको चुनकर सही जवाब दे दिया है. केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अपने दिल्ली मॉडल, पानी-बिजली, शिक्षा मॉडल की सलाह देने के लिए, सही राह देने के लिए सहयोग करेंगे. पंजाब में एक अच्छी व्यवस्था स्थापित करेंगे. पंजाब उड़ता पंजाब नहीं बल्कि उठता पंजाब, खुशहाल पंजाब बनेगा.
सवाल-आम आदमी पार्टी पर आरोप है कि पार्टी ने खालिस्तानियों के सहयोग लिया?
जवाब-जिन लोगों ने हमें खालिस्तानी बताया, आतंकवादी बताया. जनता ने इसका जवाब दे दिया है. इन लोगों ने लोगों के डर के साथ खेलने की कोशिश की. पंजाब में पंथी सीट हो या हिंदू प्रभुत्व वाली सीट हमने सभी सीटों पर जीत हासिल की है. पंजाब में हमेशा से जाति की राजनीति होती है लेकिन जनता ने इस बार परिवर्तन के लिए, विकास के हमें एक मौका दिया है.
सवाल-अब आम आदमी पार्टी के भविष्य को कैसे देखते हैं?
जवाब- मुझे लगता है कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को पंजाब के बाद उत्तराखंड, गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र में भी टक्कर देगी, पार्टी अपना विस्तार करेगी. जिन वंशवादियों ने पंजाब पर दशकों तक राज किया है, उनकी जड़ें हिल गई हैं. अरविंद केजरीवाल बीजेपी के सबसे बड़े चैलेंजर होंगे और आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ-साथ देशभर में राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी का स्वाभाविक विकल्प है.