Rajasthan Politics: अपनी ताकत दिखाने वसुंधरा राजे करेंगी कृष्ण मंदिर से यात्रा की शुरुआत
वसुंधरा राजे (Photo Credit: PTI)

जयपुर, 5 फरवरी : राजस्थान (Rajasthan) भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों की मानें तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया (Vasundhara Raje Scindia) राज्य में अपनी ताकत दिखाने के लिए 8 मार्च को अपने जन्मदिन पर भरतपुर जिले में स्थित कृष्ण मंदिर, आदि बद्री धाम, से यात्रा शुरू करने जा रही हैं. राजे ने भाजपा में एक नए प्रदेश नेतृत्व की नियुक्ति के बाद से पार्टी कार्यालय और इसकी गतिविधियों से खुद को दूर कर लिया है. हालांकि, उनके अनुयायी उन पर इसका मुकाबला करने के लिए आक्रामक राजनीति करने का दबाव बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि अगर वह चुप बैठती हैं तो वे अगले चुनावों में अपनी उपस्थिति खो देंगे. भाजपा सूत्रों ने कहा कि आखिरकार, वह भरतपुर के आदि बद्री मंदिर से अपनी यात्रा शुरू करेंगी. उनके कट्टर समर्थक और पूर्व मंत्री युनुस खान (Yunus khan) पिछले कुछ दिनों से कथित तौर पर उस जगह की रेकी करने के लिए शहर में थे, जहां से वह यात्रा शुरू करेंगी.

पूर्व विधायकों और सांसदों सहित राजे समर्थक कड़ी मेहनत से इस शो को सफल बनाने में जुटे हैं. वास्तव में, एक या दो चेहरे हैं जो भाजपा की वर्तमान कार्यसमिति में भी रहे हैं और अभी भी पूर्व सीएम का समर्थन कर रहे हैं. भव्य आयोजन की कार्ययोजना में 1,000 से अधिक कारों के बेड़े के साथ एक काफिला शामिल होगा, जो एक भव्य रोड शो की तरह होगा. सूत्रों ने कहा, "भरतपुर, राजे के क्षेत्र धौलपुर के पास है और इसलिए कई लोग शो का हिस्सा बन सकते हैं. कृष्णा मंदिर से अपनी यात्रा शुरू करने के साथ, वह एक मजबूत राजनीतिक संदेश देंगी." यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि राजे ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बैठक में राजस्थान राज्य की राजनीति के बारे में चर्चा की गई. यह भी पढ़ें : लुटेरी प्रेमिका! डेटिंग एप के जरिए 16 लोगों को बनाया उल्लू, पैसे लेकर हुई चंपत, जानें मोडस ऑपरेंडी

उन्होंने कथित तौर पर राज्य से संबंधित मामलों में पार्टी के प्रमुख निर्णय लेने में अलग-थलग रखे जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही, वह इस बात से नाखुश थीं कि पार्टी में उनके वफादारों को अच्छे पद नहीं दिए जा रहे थे. सूत्रों ने पुष्टि की है कि उनके बेटे को कैबिनेट पोर्टफोलियो नहीं दिए जाने का मुद्दा चर्चा का विषय था. अब, पूर्व मुख्यमंत्री एक मजबूत राजनीतिक संदेश देने के लिए यात्रा निकालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इससे पहले, उनके समर्थकों ने दिसंबर 2020 में एक एकल इकाई 'टीम वसुंधरा राजे' के 25 जिला अध्यक्षों की घोषणा करके भगवा पार्टी को हैरान कर दिया था और इस सूची को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. यहां यह उल्लेख करने की आवश्यकता है कि सोशल मीडिया पर समूह 'वसुंधरा राजे टीम 2023' को लेकर काफी चर्चा है, जहां उन्हें अगले सीएम चेहरे के रूप में पेश किया जा रहा है. इस बीच सूत्रों ने कहा कि इन समूहों में अब तक सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले सभी लोग यात्रा का एक हिस्सा होंगे. यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: नशा मुक्ति की ऑनलाइन शपथ लेकर रतलाम ने बनाया कीर्तिमान

साथ ही, हाल ही में, सोशल मीडिया पर 'टीम वसुंधरा राजे किसान मोर्चा' के नाम से एक और नया ग्रुप सामने आया है और इसके लिए 10 जिलों में अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. यह समूह फिर से सक्रिय है और राजे को अगले सीएम के रूप में प्रोजेक्ट करता है. इस बीच, टीम के एक नेता ने कहा कि वर्तमान भाजपा नेतृत्व सभी घटनाक्रमों पर नजर बनाए हुए है और यदि कोई आवश्यकता होती है, तो राज्य नेतृत्व ऐसी गतिविधियों पर पूरी रिपोर्ट के साथ केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क करेगा. इस बीच, राजे के एक समर्थक ने कहा, "उन्हें राज्य की राजनीति में आक्रामक होने की आवश्यकता है क्योंकि यह वह समय है जब उन्हें जमीनी स्तर पर सक्रिय होकर काम करना चाहिए." 2018 में भी, उन्होंने राजसमंद की चारभुजा मंदिर से राजस्थान विकास यात्रा शुरू की थी, हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी दे दी थी.