Uttar Pradesh: सीएम योगी आदित्यनाथ की एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति से मिल रहे अच्छे परिणाम, यूपी में कम हो रहा संक्रमण
सीएम योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: PIB)

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में प्रदेश में एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. 30 अप्रैल, 2021 से प्रदेश के कुल एक्टिव मामलों में 01 लाख 80 हजार से अधिक की कमी आई है. इसके साथ-साथ नये मामलों की संख्या में भी कमी आ रही है. उन्होंने बताया कि काविड-19 (COVID-19) संक्रमण अन्य प्रदेशों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश में निरन्तर गिरावट आ रही है, जो सभी प्रदेशों के लिए मॉडल बनकर सामने आया है. प्रदेश में विगत दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 2 लाख 99 हजार से अधिक टेस्ट किये गये हैं. प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के आयु के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन (Vaccination) किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अब तक 154 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है. गांव में रहने वाले लोग कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से वैक्सीनेशन के लिए निःशुल्क पंजीकरण करा सकते हैं. यह भी पढ़ें- UP में कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मिलेगी मजबूती, लखनऊ में CM योगी आदित्यनाथ ने किया DRDO के अस्थाई कोविड अस्पताल का उद्घाटन.

नवनीत सहगल ने बताया सर्विलान्स के साथ-साथ गांवों में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है. निगरानी समितियों के द्वारा गांव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है. कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गांव में संक्रमणयुक्त लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए गांव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों में आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है. सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से कोविड-19 के मरीजों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है.

सहगल ने बताया कि प्रतिदिन प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजनयुक्त बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है. उन्होंने बताया कि कल प्रदेश में लगभग 900 मी. टन ऑक्सीजन की सप्लाई की गई. लगभग 3500 होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत मैनपावर को बढ़ाने के लिए एमबीबीएस परीक्षा के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं तथा नर्सिंग के अंतिम वर्ष छात्र-छात्राओं की सेवाएं ली जा रही है, जिसके क्रम में 15 दिन में लगभग 2400 नये स्टाफ से उनकी सेवा ली जा रही है. उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.

सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी द्वारा टीम 9 की समीक्षा बैठक में ब्लैक फंगस बीमारी के संबंध निर्देश दिए गए हैं कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जाये. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कोविड 19 की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने के उद्देश्य से सभी जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू को तैयार कराये जाने के निर्देश दिये है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कालेजो में 100-100 बेड तथा जनपद के अस्पतालों में 20-20 बेड बच्चों लिए आरक्षित किया जायेगा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर शहरी क्षेत्रों में रेहडी, पटरी, ठेला, श्रमिकों, पल्लेदार आदि 1 लाख से अधिक लोगों को लगभग 400 से अधिक सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन, उपलब्ध कराया जा रहा है.

मुख्यमंत्री द्वारा संगठित तथा असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों, शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से कार्य कर अपना जीविकोपार्जन करने वाले ठेला, खोमचा, रेहडी, खोखा आदि लगाने वाल पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा / ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार सहित नाविकों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे परम्परागत कामगारों को एक माह के लिए 1000 हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता दिए जाने का निर्णय लिया गया है, इससे लगभग 01 करोड़ गरीबों को राहत मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत अन्त्योदय अन्न योजना के अंतर्गत पात्र 15 करोड़ लोगों को कल 20 मई, 2021 से तीन माह ड्राई राशन निःशुल्क वितरण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश पर महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग द्वारा किसी कारण से बेसहारा हुए बच्चों का चिन्हांकन किया जा रहा है, जिसमें 60 बच्चों का चिन्हाकन किया गया है जिनके माता-पिता दोनों का देहांत हो गया है. मुख्यमंत्री ने बेसहारा हुए बच्चों को गोद लेते हुए उनके पालन-पोषण की कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है.

सहगल ने बताया कि प्रदेशव्यापी आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं. आंशिक कोरोना कर्फ्यू में वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाओं को यथावत जारी रखा गया है. आंशिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में पूरे प्रदेश के शहरों और गावों में विशेष सफाई एवं फॉगिंग अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां तेजी से चलायी जा रही हैं. प्रदेश में पंजीकृत अधिक औद्योगिक इकाइयों द्वारा मजदूरों को काम दिया जा रहा है. इन औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क बनाये गये हैं. इसके अलावा जिन औद्योगिक संस्थानों में 50 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे ऐसे औद्योगिक संस्थानों में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. जिससे वहाँ पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को समय से इलाज मिल सके.

सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है. 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहूँ, खरीद का अभियान जारी रहेगा. गेहूं क्रय अभियान में अब तक 05 लाख किसानों से 29,59,403.14 मी० टन गेहूं खरीदा गया है. उन्होंने बताया कि खरीफ फसल के लिए समुचित खाद, बीज एवं दवा आदि व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है. गत एक दिन में कुल 2,99,327 सैम्पल की जांच की गयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविङ-19 से ठीक होने का प्रतिशत 914 हो गया है. प्रदेश में अब तक कुल 4,55,31,018 सैम्पल की जांच की गयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 7.336 नये मामले आये हैं. अब तक 15.02,918 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं. प्रदेश में कोरोना के कुल 1.23.579 एक्टिव मामलों में से 88,764 व्यक्ति होम आइसोलेशन में है, इसके अतिरिक्त अन्य मरीज सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में इलाज करा रहे है.

प्रसाद ने बताया कि सर्विलास की कार्यवाही निरन्तर चल रही है. प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,78,840 क्षेत्रों में 6,15,904 टीम दिवस के माध्यम से 3,51,56,542 घरों के 16,92,36,847 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है. उन्होंने बताया कि 18 से 44 वर्ष वाले लोगों के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का वैक्सीनेशन चल रहा है. अब तक 1,21,67, 184 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई तथा पहली डोज वाले लोगों में से 32,94,726 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई. इस प्रकार कुल 1,54,61,910 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 23 जनपदों में अब तक 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग को अब तक 6,38,746 लोगों को वैक्सीन लगायी गयी है.

प्रसाद ने बताया कि गांव में निगरानी समितियों द्वारा लोगों के घर-घर जाकर कोविड लक्षण की जानकारी की जा रही है. इस अभियान के तहत निगरानी समिति गाव में पहुंचकर लोगों से कोविड लक्षण की जानकारी ले रही है. उन्होंने बताया कि 68 प्रतिशत गाव अभी संक्रमण से बचे हैं. इन गांवों में संक्रमण न फैले इसके लिए ग्राम निगरानी समितियों को और सतर्क एवं सावधान रहने के निर्देश दिए गये हैं. प्रसाद ने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे. टीकाकरण के बाद भी काविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें.