कोटा: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा में 10 नवजात बच्चों की अचानक हुई मौत मामले पर प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने बेहद असंवेदनशील बयान दिया है. शनिवार को सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा, पिछले 6 वर्षों में इस वर्ष कम से कम मौतें हुई हैं. पिछले साल में एक साल में 1500,1300 मौतें हुईं, इस साल यह आंकड़ा 900 है. प्रदेश के हर अस्पताल में हर रोज 3-4 मौतें होती हैं. यह कोई नई बात नहीं है. राजस्थान के कोटा स्थित जेके लॉन अस्पताल में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत के मामले में सियासत तेज हो गई. बीजेपी लगातार गहलोत सरकार पर जमकर वार कर रही है. इस बीच गहलोत सरकार ने जेके लॉन अस्पताल अधीक्षक डॉ एचएल मीणा को हटा दिया. उनकी जगह पर डॉ सुरेश दुलारा को नया अधीक्षक बनाया गया है.
राजस्थान के कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल में पिछले 2 दिन में 10 बच्चों की मौत हो गई. यह सभी बच्चे एनआईसीयू में भर्ती थे. इस मामले पर जेके लोन अस्पताल में के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर बेरवा ने बताया कि तीन-चार बच्चों की रोजाना डेथ एक एवरेज है. पूरे मामले में कोटा के सांसद, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मामले में चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की.
यहां सुने सीएम अशोक गहलोत ने क्या कहा-
Rajasthan CM on Kota child deaths: This year has least deaths in last 6 yrs. Even 1 child death is unfortunate.But thr hv been 1500,1300 deaths in a year in past,this year figure is 900.There are daily few deaths in every hospital in state&country,nothing new.Action being taken pic.twitter.com/86oSvPsGA3
— ANI (@ANI) December 28, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिन 10 बच्चों की मौत हुई है, उनमें 5 न्यू बॉन बेबी हैं, जिनको जन्म लेते ही दिक्कत हो गई थी. अन्य 5 बड़े बच्चे हैं इनमें 3 बच्चे दूसरे निजी अस्पतालों से रेफर होकर आए थे. सीएम ने कहा कि इसके लिए उन्होंने जांच कराई है और ऐक्शन भी लिया है. उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.