कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नियुक्तियों और पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के एक फैसले को लेकर सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि आरक्षण को खत्म करने की मंशा रखना भाजपा एवं आरएसएस के डीएनए में है. गांधी ने यह भी कहा कि बीजेपी और आरएसस कितना भी प्रयास कर ले, लेकिन कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म नहीं होने देगी. उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘ये (सरकार) आरक्षण के खिलाफ है. ये किसी न किसी तरह से आरक्षण को संविधान से निकालना चाहते हैं. इनकी तरफ ऐसे प्रयास होते रहते हैं. ये चाहते हैं कि एससी-एसटी समुदाय आगे नहीं बढ़ें.’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अब फैसला आया कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है. यह सब उत्तराखंड की सरकार ने शीर्ष न्यायालय में कहा है. यह आरक्षण को निरस्त करने का बीजेपी का तरीका है.’’
Rahul Gandhi: BJP & RSS's ideology is against reservations. They never want SC/STs to progress. They're breaking the institutional structure. I want to tell SC/ST/OBC&Dalits that we'll never let reservations come to an end no matter how much Modi Ji or Mohan Bhagwat dream of it. pic.twitter.com/eyCLigBa8q
— ANI (@ANI) February 10, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी और आरएसएस वाले कितना भी प्रयास कर लें, लेकिन हम आरक्षण को हटने नहीं देंगे क्योंकि आरक्षण संविधान का एक तरह से प्रत्यक्ष हिस्सा है. ’’ गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया, ‘‘संविधान पर हमला हो रहा है. लोगों को बोलने नहीं दिया जाता. ये न्यायपालिका पर दबाव बनाते हैं. संविधान के स्ंतभों को एक-एक करके तोड़ रहे हैं.’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘बीजेपी और आरएसएस के डीएनए में है कि उनको आरक्षण चुभता है और वे इसे मिटाना चाहते हैं. मैं एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों से कहना चाहता हूं कि चाहे मोदी जी या मोहन भागवत सपना देखें, हम आरक्षण को मिटने नहीं देंगे.’’