महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: इन सीटों पर है कांटे की टक्कर, दिग्गजों की साख दांव पर
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस (Photo Credits: IANS)

30 दिनों से चल रहे एक राजनीतिक छींटाकशी वाले प्रचार अभियान के बाद, कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के  मतदान जारी है.  सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना (BJP-Shiv Sena) गठबंधन लगातार दूसरी बार सत्ता में काबिज होने की जुगत मैं है और विपक्षी कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Congress-NCP) गठबंधन पांच साल तक सत्ता से दूर रहने के बाद सत्ता में लौटने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

चुनावी मैदान में विभिन्न दलों के 3,237 उम्मीदवारों के होने के साथ 288 सीटों के लिए होने वाले चुनावों में विशेष रूप से कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. उनमें से प्रमुख हैं, 49 वर्षीय मुख्यमंत्री देवेंद्र गंगाधरराव फड़णवीस जो लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटकर सरकार के पहले गैर-कांग्रेसी प्रमुख बनकर इतिहास रचने की उम्मीद पाले हुए हैं.

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वह प्रतिष्ठित नागपुर दक्षिण दक्षिण-पश्चिम सीट से कांग्रेस के अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी आशीष देशमुख और सात निर्दलीय सहित 18 अन्य उम्मीदवारों के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे हैं. बीजेपी के नेता पूरे विश्वास के साथ कह रहे हैं कि फड़णवीस के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में जीतना और बीजेपी को राज्य में सत्ता में फिर लाना बहुत आसान होगा.

वहीं, कराड दक्षिण से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज दैजिसाहेब चव्हाण का मुकाबला बीजेपी के अतुलबाबा सुरेश भोसले और सात निर्दलीय सहित 11 अन्य उम्मीदवारों से है. भोकर में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री, अशोक शंकरराव चव्हाण बीजेपी के श्रीनिवास उर्फ बापूसाहेब देशमुख गोर्तेकर और दो निर्दलीय सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत अनंतराव पवार बीजेपी के गोपीचंद कुंडलिक पाडलकर और पांच निर्दलीय सहित आठ अन्य के खिलाफ अपने पारिवारिक गढ़ बारामती को बचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. राकांपा के एक अन्य पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन चंद्रकांत भुजबल अपने गढ़ येवला से फिर चुनाव जीतने की फिराक में हैं. उनके खिलाफ एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के संभाजी साहेबराव पवार और तीन निर्दलीय सहित छह अन्य उम्मीदवार खड़े हैं.

अन्य प्रमुख दावेदारों में विधानसभा में विपक्ष के नेता, विजय नामदेवराव वाडेत्तिवार कांग्रेस से और काउंसिल में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे राकांपा से चुनाव लड़ रहे हैं. वाडेत्तिवार अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के संदीप वामनराव गद्दामवर, आम आदमी पार्टी की प्रसिद्ध कार्यकर्ता पारोमिता प्रनगोपाल गोस्वामी, और चार निर्दलीय उम्मीदवारों सहित आठ अन्य लोगों के साथ ब्रह्मपुरी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं.

मुंडे अपनी चचेरी बहन और बीजेपी मंत्री पंकजा गोपीनाथ मुंडे को परली सीट पर चुनौती दे रहे हैं, जहां से 14 अन्य उम्मीदवार खड़े हैं. पार्टी के दो शीर्ष प्रमुख भी चुनावी मैदान में हैं. सबसे पहले कोठरुड से बीजेपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रकांत बच्चू पाटिल हैं, जिन्हें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के वकील किशोर नाना शिंदे और पांच निर्दलीय सहित नौ अन्य ने चुनौती दी है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष विजय उर्फ बालासाहेब भाऊसाहेब थोराट अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के साहेबराव रामचंद्र नवले के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में भी दो प्रमुख पार्टी अध्यक्ष चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी के मंगलप्रभात लोढ़ा मालाबार हिल से कांग्रेस के हीरा नवाजी देवासी और आठ अन्य (3 निर्दलीय) के खिलाफ खड़े हैं और अनुशक्तिनगर से राकांपा के नवाब मलिक को शिवसेना के तुकाराम रामकृष्ण केट और 13 अन्य से चुनौती मिली है. एक अन्य प्रमुख उम्मीदवार मुंबई के मेयर व शिवसेना नेता विश्वनाथ पांडुरंग महादेश्वर मौजूदा विधायक तृप्ति प्रकाश सावंत के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के भाई के पोते रोहित पवार का मुकाबला कर्जत-जामखेड सीट पर बीजेपी के राम शंकर शिंदे और 10 अन्य (6 निर्दलीय) से हैं. रोहित पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. नाला सोपारा से पूर्व एनकाउंटर विशेषज्ञ प्रदीप रामेश्वर शर्मा शिवसेना के टिकट पर मौजूदा विधायक, बहुजन विकास आघाड़ी के क्षितिज हितेंद्र ठाकुर और 12 अन्य के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे हैं. मैदान में उतरे कुल 3,237 उम्मीदवारों में से केवल 236 महिलाएं हैं और शेष 3,001 पुरुष हैं.

भौगोलिक क्षेत्र के संदर्भ में, सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र अहेरी और सबसे छोटा मुंबई में धारावी है, लेकिन मतदाताओं के लिहाज से, 554,827 मतदाताओं के साथ सबसे बड़ा पनवेल सबसे बड़ा क्षेत्र है और 27,980 मतदाताओं के साथ वर्धा सबसे छोटा है. जहां चिपलून में केवल तीन उम्मीदवार हैं वहीं, नांदेड़ दक्षिण में सबसे अधिक 38 उम्मीदवार हैं.

उम्मीदवारों में, बीजेपी ने 164, शिवसेना ने 126, कांग्रेस ने 147, राकांपा ने 121, मनसे ने 101, बसपा ने 262, वीबीए ने 288, सीपीआई ने 16, सीपीआई (एम) ने 8, अन्य पंजीकृत दलों ने 604 उम्मीदवार उतारे हैं जबकि शेष 1,400 निर्दलीय उम्मीदवार हैं.

राज्य के कुल 8.97 करोड़ मतदाताओं में से 4.68 करोड़ पुरुष और 4.28 करोड़ महिलाएं हैं, साथ ही 2,634 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. चुनाव आयोग ने 966,661 मतदान केंद्र बनाए हैं और राज्य में मतदान के लिए वीवीपैट ईवीएम की कुल संख्या 135,021 होगी. मतगणना 24 अक्टूबर को होगी.