लालू की न कभी नीयत ठीक रही, न जनता पर उनका भरोसा रहा: सुशील मोदी
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "पिछड़े-गरीब परिवार के नरेंद्र भाई के प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देने के बजाय लालू प्रसाद उनकी सरकार गिरने की भविष्यवाणी कर रहे थे और बाद में नोटबंदी को मुद्दा बनाकर सत्ताविरोधी माहौल बनाने के लिए कभी ममता बनर्जी से पटना में धरना दिलवा रहे थे, तो कभी मायावती को राज्यसभा की सीट आफर कर रहे थे।"
पटना. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि हर काम के बदले लोगों की जमीन लिखवाने वाले लालू प्रसाद की न कभी नीयत ठीक रही, न जनता पर उनका भरोसा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मोदी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक ट्वीट में लिखा, "हर काम के बदले लोगों की जमीन लिखवाने वाले लालू प्रसाद की न कभी नीयत ठीक रही, न जनता पर उनका भरोसा रहा, इसलिए वह जात-पात, अपराधीकरण और तंत्र-मंत्र के जरिए सत्ता में बने रहने की कोशिश करते रहे। उन्होंने एक तांत्रिक को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया, लेकिन कोई तंत्र उनके महागठबंधन की सरकार को गिरने से नहीं बचा सका। गरीबों का हक मार कर बेनामी संपत्ति बनाने वालों को कोई नहीं बचा सकता।"
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "पिछड़े-गरीब परिवार के नरेंद्र भाई के प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देने के बजाय लालू प्रसाद उनकी सरकार गिरने की भविष्यवाणी कर रहे थे और बाद में नोटबंदी को मुद्दा बनाकर सत्ताविरोधी माहौल बनाने के लिए कभी ममता बनर्जी से पटना में धरना दिलवा रहे थे, तो कभी मायावती को राज्यसभा की सीट आफर कर रहे थे।" यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में लालू प्रसाद की पार्टी RJD का सूपड़ा साफ, अब बदलनी होगी जातिवाद की रणनीति!
उन्होंने कहा, "जनता ने नोटबंदी विरोध के सभी खलनायकों को धूल चटा दी। लालू प्रसाद अपनी पुत्री को भी नहीं जितवा सके। उन्हें लालटेन युग के अंधविश्वास से बाहर आकर गरीब सवर्णो के आरक्षण का विरोध करने जैसे गुनाहों के लिए बिहार की 12 करोड़ जनता से माफी मांगनी चाहिए।"