राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) ने पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के तत्कालीन उप प्रमुख ब्रिगेडियर जगदीश कुमार गगनेजा की हत्या मामले में शनिवार को 11 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया. एनआईए के प्रवक्ता ने दिल्ली में बताया कि एजेंसी ने शुक्रवार को मोहाली स्थित एनआईए की विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया. केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि गगनेजा की हत्या की साजिश खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (Khalistan Liberation Force) के प्रमुख नेताओं ने देश से बाहर रची थी.
ग्यारह आरोपियों में हरदीप सिंह शेरा मुख्य आरोपी है. अन्य आरोपी हैं धरमिंदर सिंह उर्फ गुगनी, पहाड़ सिंह, मलूक सिंह और रमणदीप सिंह उर्फ जग्गी जोहाल, गुरशरणबीर सिंह वाहीवाल और हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी. माना जाता है कि इन्होंने इस हत्याकांड को पाकिस्तान से अंजाम दिया. एनआईए अधिकारी ने कहा कि गगनेजा की हत्या की कोशिश पंजाब में जनवरी, 2016 और अक्टूबर, 2017 के बीच आठ बार की गई.
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अधिकारी ने बताया कि हत्या की साजिश में शामिल लोग खास समुदायों और संगठनों से जुड़े हुए हैं. इनका मकसद पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ना और राज्य में आतंकवाद को फिर से जिंदा करना था. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि साजिश करने वालों के तार पाकिस्तान, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, इटली और यूएई से जुड़े हुए हैं.
अधिकारी ने कहा कि साजिश के तहत ही हरदीप सिह और रमणदीप सिंह की भर्ती क्रमश: दुबई और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में की गई और प्रशिक्षण दिलाया गया. गगनेजा की हत्या अगस्त, 2016 में जालंधर में की गई थी. खालिस्तान समर्थक संगठनों ने राज्य से संघ नेताओं का सफाया करने का लक्ष्य पूरा करने के लिए उनकी हत्या की. एनआई को यह मामला इसी साल सौंपा गया. एजेंसी ने इसी साल मार्च में प्राथमिकी दर्ज की थी.