Uttar Pradesh: मायावती ने 7 बागी विधायकों किया सस्पेंड, बोलीं- SP को हराने BJP का साथ देना पड़े तो देंगे
अखिलेश यादव और मायावती (Photo Credits: File)

उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के 7 विधायकों ने बुधवार को पार्टी चीफ मायावती (Mayawati) से बगावत कर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मुलाकात की. जिसके बाद से यूपी का सियासी पारा गरमा गया है और एक बार फिर से सपा बनाम बसपा में जुबानी जंग शुरू हो गई है. इसी कड़ी में मायावती ने सपा पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा, इस बार लोकसभा चुनाव में NDA को सत्ता में आने से रोकने के लिए हमारी पार्टी ने सपा सरकार में मेरी हत्या करने के षड्यंत्र की घटना को भूलाते हुए देश में संकीर्ण ताकतों को कमजोर करने के लिए सपा के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ा था. चुनाव का नतीजा आने के बाद इनका जो रवैया हमारी पार्टी ने देखा है, उससे हमें ये ही लगा कि केस को वापस लेकर बहुत बड़ी गलती करी और इनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था.

मयावती ने कहा कि सपा के मुखिया गठबंधन होने के पहले दिन से ही एससी मिश्रा जी को ये कहते रहे कि अब तो गठबंधन हो गया है तो बहनजी को 2 जून के मामले को भूला कर केस वापस ले लेना चाहिए, चुनाव के दौरान ​केस वापस लेना पड़ा. इनका एक और दलित विरोधी चेहरा हमें कल राज्यसभा के पर्चों के जांच के दौरान देखने को मिला। जिसमें सफल न होने पर ये 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे' की तरह पार्टी जबरदस्ती बीएसपी पर बीजेपी के साथ सांठगांठ करके चुनाव लड़ने का गलत आरोप लगा रही है.

देखें मायावती ने सपा को लेकर क्या कहा:-

बसपा प्रमुख मायावती का कहना है कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के दूसरे उम्मीदवार को हराने के लिए भविष्य में यूपी एमएलसी चुनाव में भाजपा या किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट देगी. उन्होंने कहा, "पार्टी का कोई भी उम्मीदवार, जो सपा के दूसरे उम्मीदवार पर हावी रहेगा, उसे बसपा के सभी विधायकों का वोट ज़रूर मिलेगा. वहीं बगावत करने वाले सात विधायकों को बहुजन समाज पार्टी ने निलंबित कर दिया है.