नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को बड़ा झटका लगा है. बता दें कि उनकी पार्टी से चार राज्यसभा सांसदों ने टीडीपी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है. जो टीडीपी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए हैं, उनमें राज्यसभा सांसद सीएम रमेश, टीजी वेंटकेश, जी मोहन राव और वाईएस चौधरी शामिल हैं. इन चारों सांसदों ने राज्यसभा में टीडीपी के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में विलय का प्रस्ताव पास किया और इसकी जानकारी राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को दी.
बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने टीडीपी के तीन राज्यसभा सांसदों को पार्टी में औपचारिक तौर पर शामिल कराया. वहीं, एक राज्यसभा सांसद पैर में मोच आने के कारण प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए. राज्यसभा में टीडीपी (TDP) के कुल 6 सांसद थे, लेकिन अब सिर्फ दो ही बचे हैं. इन सांसदों पर दलबदल कानून नहीं लागू होगा. इसकी वजह यह है कि अगर किसी सदन में किसी पार्टी के दो तिहाई सदस्य अपनी पार्टी का दूसरी पार्टी में विलय करते हैं, तो उन पर दलबदल कानून लागू नहीं होता है. लिहाजा ये चारों राज्यसभा के सदस्य बने रहेंगे. यह भी पढ़े-एन. चंद्रबाबू नायडू की विजयवाड़ा हवाईअड्डे पर ली गई तलाशी, आम यात्रियों के साथ बस किया यात्रा
TDP MPs of Rajya Sabha- YS Chowdary, CM Ramesh, TG Venkatesh, join BJP in presence of BJP Working President JP Nadda. TDP Rajya Sabha MP GM Rao to formally join later as he is unwell. pic.twitter.com/IU6ximVYtd
— ANI (@ANI) June 20, 2019
एक तरफ जहां टीडीपी प्रमुख (Chandrababu Naidu) अपने परिवार के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं, वहीं यहां उनकी पार्टी में टूटती दिख रही है. उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद उनकी पार्टी छोड़कर ‘भगवा’ झंडा थाम रहे हैं.
ज्ञात हो कि बीजेपी (Bhartiya Janta Party) के पास मौजूदा आंध्र प्रदेश में विधानसभा में कोई भी विधायक नहीं है. जबकि पिछली विधानसभा में भाजपा (BJP) को पांच सीटें मिली थी. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा-टीडीपी के साथ गठबंधन था. जबकि इस बार हुए चुनाव में टीडीपी (TDP) ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था. ऐसे में चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) के विदेश दौरे से लौटने के बाद आंध्र प्रदेश की राजनीति में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है.
गौरतलब है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में टीडीपी (TDP) का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. पार्टी आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में महज 3 ही सीटें जीत पाई जबकि वाईएसआर कांग्रेस ने 22 सीटों पर कब्जा किया. वहीं विधानसभा चुनावों में टीडीपी (TDP) ने प्रदेश की 175 सीटों में से महज 23 सीटें ही जीतीं. सबसे ज्यादा सीटें 151 वाईएसआर कांग्रेस (YSR Congress) के खाते में आईं.